आमतौर पर शादी से पहले लड़के-लड़की की कुंडली मिलाने, नौकरी, व्यवहार और आदतों का पता करने पर ज्यादा जोर दिया जाता है. हालांकि इन सबके बीच मेडिकल फिटनेस पर जल्दी किसी का ध्यान नहीं जाता है. शादी से पहले कुछ मेडिकल फिटनेस की जांच करा लेने से कपल्स के बीच का रिश्ता मजबूत और स्वस्थ बना रहता है. आइए जानते हैं कि शादी से पहले आपको कौन-कौन से टेस्ट करा लेने चाहिए ताकि आने वाली जिंदगी में आपको किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े.
जेनेटिक बीमारी से जुड़े टेस्ट- शादी से पहले कपल्स को जेनेटिक टेस्ट जरूर करवाना चाहिए क्योंकि कुछ आनुवांशिक बीमारियां एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में आसानी से चली जाती हैं. ऐसे में शादी से पहले जेनेटिक टेस्ट जरूर कराएं. इन जेनेटिक बीमारियों में ब्रेस्ट कैंसर, पेट का कैंसर, किडनी डिजीज और डायबिटीज शामिल हैं. समय पर पता लग जाए तो सही समय पर इनका इलाज किया जा सकता है.
सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज टेस्ट- आपके और आपके पार्टनर का भविष्य सुरक्षित रहे इसके लिए जरूरी है कि शादी से पहले सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज का टेस्ट करवा लें. इन बीमारियों में HIV, एड्स, गोनोरिया, हर्प्स, हेपेटाइटिस सी शामिल हैं. कभी-कभी ये बीमारियां जानलेवा भी साबित हो जाती हैं. ऐसे अगर टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो आप सही समय पर अपना इलाज करा सकते हैं.
इनफर्टिलिटी टेस्ट- पुरुषों के स्पर्म काउंट और महिलाओं की ओवरी हेल्थ के बारे में जानने के लिए इनफर्टिलिटी टेस्ट जरूरी होता है. शरीर में इनफर्टिलिटी से जुड़े कोई भी लक्षण पहले से नजर नहीं आते और इनकी सही जानकारी टेस्ट के जरिए ही प्राप्त की जा सकती है. शादी के बाद फैमिली प्लानिंग में इस टेस्ट से काफी मदद मिल सकती है.
ब्लड ग्रुप कंपैटिबिलिटी टेस्ट- ये कोई बहुत जरूरी टेस्ट नहीं है लेकिन अगर आप भविष्य में फैमिली प्लानिंग करना चाहते हैं तो आप इसे करवा सकते हैं. इस टेस्ट में अगर आप और आपके पार्टनर के ब्लड ग्रुप अनुकूल नहीं होते तो इससे प्रेग्नेंसी के दौरान आपको काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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