प्रदूषण के वजह से प्रीमैच्योर बच्चों का हो रहा जन्म... जानिए इसका डिलिवरी से क्या कनेक्शन है?
प्रदूषण के कारण प्रीमैच्योर यानी समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या बढ़ रही है, जानें इसके कारण..
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Air Pollution Side Effects: वायु प्रदूषण न केवल लोगों की जान ले रहा है, बल्कि गर्भवती महिलाओं और उनके अजन्मे बच्चों को भी प्रभावित कर रहा है. बढ़ते प्रदूषण के कारण हवा में हानिकारक गैसें और कण भर गए हैं, जो सांस लेने पर सीधे हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. ये कण सामान्य लोगों के लिए नुकसानदायक तो है ही लेकिन गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चों के लिए भी बेहद खतरनाक है.प्रदूषण के कारण प्रीमैच्योर यानी समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि हो रही है.
60 लाख बच्चों का जन्म समय से पहले होना
हाल के अध्ययनों से पता चला है कि ज्यादा प्रदूषित क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को पहले प्रसव पीड़ा होने लगती है. ऐसे में बच्चे पूरे 9 महीने पूरे होने से पहले ही जन्म ले लेते हैं. प्रदूषण में मौजूद हानिकारक गैसें और कण गर्भस्थ शिशु के विकास को प्रभावित करते हैं. इसके वजह से प्रीमैच्योर बच्चा पैदा हो जाता है इसकी संख्या लगतार बढ़ रही ही. एक शोध से पता चला है कि वर्ष 2019 में वायु प्रदूषण के कारण लगभग 60 लाख बच्चों का जन्म समय से पूर्व हुआ. यह शोध अमेरिका की कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया. इससे यह बात साबित होता है कि वायु प्रदूषण गर्भस्थ शिशुओं के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा रहा है.
वायु प्रदूषण से कैसे बचा जाए:
- गर्भवती महिलाओं को बहुत प्रदूषित जगहों पर घूमने या चलने से बचना चाहिए.
- गर्भवती महिलाओं को हमेशा मास्क पहनकर ही बाहर जाना चाहिए. ताकि प्रदूषण से बचा जा सके.
- बाहर जाने से जितना हो सके गर्भवती महिलाओं को बचना चाहिए.
- बाहर जाना जरूरी हो तो अच्छे मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.
- अच्छा खाना खाना और पानी पीना गर्भ में पल रहे शिशु और खुद के लिए भी बहुत जरूरी है.
- डॉक्टर से परामर्श लेकर अपने डाइट में बदलाव लाना चाहिए. ताकि स्वस्थ्य और हेल्दी बेबी पैदा हो सकते.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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