नई दिल्ली: यूं तो प्यार करने वालों के लिए हर दिन ही बेहद खास होता है लेकिन फरवरी आते ही हवाओं में रूमानियत पहले से कुछ ज्यादा घुल जाती है, हवाएं पहले के मुकाबले कुछ ज्यादा सुहानी लगने लगती हैं, चांद की चांदनी अचानक आसमान में पहले से कुछ ज्यादा रौशनी बिखेरनी लगती है और हवाओं में एक अजीब सी खुशबू बिखरी लगती है. अब भला ऐसा हो भी क्यों न, फरवरी में प्रेमी जोड़े वैलेंनटाइन्स डे की तैयारियों में लग जाते हैं. बाजारों से लेकर मॉल और रेस्टोरेंट तक आपको प्यार बिखरा नजर आएगा. ये एक ऐसा मौसम है जिसमें उम्र चाहे जो भी हो लेकिन प्रेमियों की उत्सुकता और एक दूसरे के लिए समर्पण का भाव पहले जरा ज्यादा बढ़ जाता है. इसी खास मौके को और भी खास बनाने के लिए हम आपके लिए ऐसे ही कुछ प्रेमी जोड़ों की बेहद खास स्टोरी लेकर आए हैं.


ये सभी कहानियां किन्हीं नामी चेहरों की नहीं बल्कि ये प्रेम कहानियां हैं हमारे और आपके जैसे आम लोगों की. यूं तो 14 फरवरी को वैलेनटाइन्स डे है लेकिन हम इस बार लोगों से उनका वैलेंटाइन्स प्लान नहीं बल्कि आपको बता रहे हैं उनके कुछ खास वादे जो अपने प्रेमी या लाइफ पार्टनर से करना चाहते हैं.


1.सयन दासगुप्ता व सेंजुती दासगुप्ता


कहते हैं प्यार सिर्फ एक बार होता है और बहुत खुशनसीब होते हैं वो लोग जिनका ये पहला प्यार मंजिल तक पहुंचता है. ऐसे ही एक जोड़ी है सयन दासगुप्ता व सेंजुती दासगुप्ता की, जिनकी शादी को तो ज्यादा समय नहीं हुआ है लेकिन एक दूसरे के साथ ये दोनों 18 साल से हैं. सेंजुती बताती हैं, ''सयन मेरे बड़े भाई का दोस्त था. मुझे याद है जब मैं दूसरी क्लास में थी और वो 10th क्लास में थे तब मैंने उन्हें पहली बार देखा था. कहने को तो मैं बहुत छोटी थी लेकिन प्यार की न तो कोई उम्र होती है और न ही कोई सीमा. बस तब वक्त के साथ-साथ प्यार जवान होता गया और आज हम शादी शुदा हैं.''


सयन दासगुप्ता - मैं प्रॉमिस करना चाहता हूं कि मैं कभी तुम्हारा हाथ नहीं छोड़ूंगा. ये गाना डेडिकेट करूंगा, ''आज से तेरी सारी गलियां मेरी हो गई, आज से मेरा घर तेरा हो गया...''


सेंजुती दासगुप्ता- मैं प्रॉमिस करना चाहती हूं कि हालात कोई भी मैं कभी तुमसे मुंह नहीं फेरूंगी. ये गाना मैं डेडिकेट करती हूं, ''तुझमें रब दिखता है यारा मैं क्या करूं...''


2. सुमित चौहान और अज़रा परवीन 



''मैं (सुमित चौहान) और अज़रा परवीन कॉलेज के फ़र्स्ट ईयर में मिले थे, 2010 में. एक ही क्लास थी और दोस्ती अच्छी थी इसलिए साथ रहने लगे. धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदलने लगी. 5 साल की रिलेशनशिप के बाद रिश्ता आगे बढ़ाने का फ़ैसला लिया लेकिन धर्म दीवार बनकर खड़ा हो गया. घर वालों को ख़ूब मनाने की कोशिश की लेकिन नहीं माने. हालात बिगड़ते देख फ़ैसला किया कि पहले शादी कर लेते हैं फिर घर वालों को बताएंगे. 22 जून 2016 को हम दोनों ने स्पेशल मैरिज एक्ट में शादी कर ली. हम दोनों में से किसी ने अपना धर्म नहीं बदला. मेरा परिवार मान गया लेकिन अज़रा का परिवार नहीं माना तो अज़रा ने घर छोड़ दिया. उसके घरवाले अब भी हमसे नाराज़ है. तमाम मुश्किलों के बावजूद हम हमेशा एक दूसरे के साथ खड़े रहते हैं और अपने शादीशुदा जीवन को ख़ूब एंजॉय करते हैं.''

इस वैलेंटाइन डे हम एक दूसरे से वही वादा दोहराएंगे जो हमने शादी से पहले एक दूसरे से किया था. आज, कल और हमेशा हम एक दूसरे के दोस्त बने रहेंगे और इस दोस्ती पर कभी भी पति पत्नी के रिश्ते को हावी नहीं होने देंगे और हम दोनों एक दूसरे के लिए ‘पहला नशा पहला ख़ुमार, नया प्यार है नया इंतज़ार’ गाना डेडिकेट करना चाहेंगे.

3. विश्वास और तमन्ना



ऐसी ही प्रेम कहानी है तमन्ना और विश्वास की. तमन्ना ने बताया, ''कब साथ में काम करते-करते जिंदगी भर साथ देने का वादा कर लिया पता ही नहीं चला. साथ में काम करते-करते अच्छी दोस्ती हुई और विश्वास ने एक दिन अचानक मुझे प्रपोज किया. हम पहले से दोस्त तो अच्छे थे ही इसलिए मैंने भी हां कर दी. फिर परिवारों की मुलाकात हुई और शादी हो गई अब 5 साल बीत गए हैं और हमें ऐसा लगता है मानो कल की ही बात हो.''

विश्वास ने प्रॉमिस किया, ''तुम जैसी हो मुझे वैसी ही पसंद हो और मैं हमेशा तुम्हें ऐसे ही प्यार करता रहूंगा. इसी अंदाज में मैं एक फिल्म 'मोहब्बतें' का डायलॉग कहना चाहूंगा... कोई प्यार करे तो तुमसे करे जैसे तुम हो वैसे करे. किसी को बदल कर किया गया प्यार, प्यार नहीं समझौता है.'' वहीं, तमन्ना ने भी एक डायलॉग विश्वास को डेडिकेट किया, ''तुम्हारे इश्क से बनी हूं मैं पहले जिंदा थी लेकिन अब जी रही हूं मैं..''

विश्वास : मैं बस यही प्रामिस चाहता हूं कि तुम कभी बदलना मत.. और मैं सें फिल्म डायलॉग डैडिकेट करूंगा 'इतनी शिद्दत से मैंने तुम्हें पाने की कोशिश की है कि जर्रे जर्रे ने मुझे तुमसे मिलवाने की साजिश की है.

4. रूचि औऱ प्रियांक



करीब 25 सालों का साथ और 9 साल की शादी. है तो थोड़ा फिल्मी लेकिन ऐसी ही है मेरी (रूचि) और प्रियांक की कहानी. हम एक दूसरे के साथ क्लास 1 से पढ़े हैं और एक ही स्कूल, एक ही कॉलोनी और वो बचपने वाला प्यार. क्लास 10 के बाद इस कहानी एक बार ब्रेक जरूर लगा जब प्रियांक लंदन शिफ्ट हो गए लेकिन वो कहते हैं न प्यार कहां सरहदों को मानता है. उस वक्त ऑरकुट का जमाना था और प्रियांक ने मुझे वहीं पर अप्रोच किया औऱ 2008 में मुझे शादी के बाद प्रपोज किया.

रूचि- मैं उनसे प्रॉमिस करना चाहती हूं. मैं हमेशा उनके साथ खड़ी रहूंगी और मैं चाहती हूं कि प्रियांक भी हमेशा मेरे साथ खड़े हों फिर हालात चाहे जो भी हों... तुम देना साथ मेरा ओ हमनवा.

प्रियांक- मैं प्रॉमिस करूंगा कि मैं हमेशा तुम्हें खुश रखूंगा. तुम जैसी भी हो जो भी हो मुझे पसंद हो और मैं वैसे ही तुम्हें प्यार करना चाहता हूं. मैं कहना चाहूं.


5. खुशबू और गौरव 



कई लोगों का मानना है कि प्रेम कहानियां तो सिर्फ लव मैरिज में ही होती हैं. लेकिन हम आज आपको एक ऐसी कहानी के बारे में बता रहे हैं जो है तो अरेंज मैरिज लेकिन ये लव स्टोरी बहुत खास है. खुशबू अपनी छोटी से प्रेम कहानी के बारे में बताती हैं, ''अरेंज मैरिज की अपनी एक खूबसूरती होती है. प्यार के बाद शादी कितनी खास होती है ये तो नहीं पता लेकिन शादी के बाद वाला प्यार बहुत स्पेशल होता है, ये मैं अच्छे से जान गई हूं. 14 फरवरी 2016 में हमने पहली बार बात की और कुछ दिन बाद एक दूसरे के साथ काफी सहज हो गए. एक-एक दिन हमारा रिश्ता और भी खास होता गया. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी जिंदगी में भी प्यार आएगा और वो भी इतना खूबसूरत प्यार. कभी-कभी मुझे लगता है कि शायद उन्हें मुझसे बेहतर कोई मिल सकती थी लेकिन जब मैं अपने बारे में सोचती हूं तो लगता है कि गौरव से बेहतर मेरे लिए कोई और जीवन साथी हो ही नहीं सकता.''

खुशबू: मैं गौरव से प्रॉमिस चाहती हूं कि वो बस हमेशा मेरे साथ यूं ही हंसता-खिलखिलाता रहे. मुझे आंसू पसंद नहीं और मैं चाहती हूं दौर अच्छा हो या बुरा बस हम एक दूसरे की मुस्कुराहट के साथ जिएं. मैं उन्हें बस यही कहना चाहूंगी, हम एक बार जीते हैं, एक बार मरते हैं ... और प्यार भी एक बार ही होता है. वो मुझे गौरव के रूप में मिल गया है.

6. शिखा राय - विनीत सिंह



शिखा बताती हैं, ''पहली बार हम दोनों की मुलाकात मेरी दोस्त के घर एक समारोह में हुई थी. उस वक्त हम दोनों ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. विनीत का कहना है कि उन्हें मुझे देखते ही मुझसे प्यार हो गया था जिसका एहसास समय के साथ और गहरा होता गया कुछ दिन बाद मुझे भी पता चला लेकिन मैं कई तरह के सामाजिक दबाव की वजह से इस रिश्ते के लिए राजी नहीं हुई. धीरे-धीरे मुझे भी अपने प्यार का एहसास हुआ और हम दोनों ने एक दूसरे से अपने प्यार का इजहार किया.''

शिखा आगे बताती हैं, ''कुछ समय बाद हम लोगों ने इस बात को परिवार के सामने रखा. हम दोनों के परिवार ने रिश्ते से कोई नाराजगी नहीं जताई बस उनका कहना था कि तुम लोग कुछ बन जाओ. पिछले साल 2017 में विनीत का पीसीएसजे में चयन हुआ, जिसके बाद हम दोनों के परिवार ने राजी खुशी से हमारी अगस्त में सगाई कर दी. 20 नवंबर 2017 को हमारी शादी हुई और हम दोनों हमेशा के लिए एक हो गए.''

2018 में पहली बार हम लोग बतौर पति-पत्नी वैलेंटाइन डे मनाने वाले हैं, ऐसे में हम दोनों एक दूसरे से यहीं वादा करना चाहते हैं कि ''हम लोगों का प्यार और विश्वास एक दूसरे पर बना रहे. साथ ही हम जो कुछ भी करें उसमें एक दूसरे का साथ दें.'' शिखा का कहना है कि ''मैं चाहती हूं कि मेरे पति हमेशा मेरा साथ दें, जिससे मैं भी जल्द से जल्द अपने मुकाम को हासिल कर सकूं.''