स्वस्थ रहने के लिए आपके शरीर को गुड कोलेस्ट्रोल की जरूरत होती है. गुड कोलेस्ट्रोल शरीर के कई प्रमुख कामों में अहम भूमिका निभाता है, खासकर जब मामला दिल की सेहत का हो. गुड कोलेस्ट्रोल को अंग्रेजी में हाई डेंसिटी लेपोप्रोटीन (एचडीएल) कहा जाता है, जबकि लो डेंसिटी लेपोप्रोटीन (एलडीएल) बैड कोलेस्ट्रोल है. गुड कोलेस्ट्रोल धमनियों में जमा प्लाक को हटाने में मदद करता है. एचडीएल का लेवल आदर्श रूप में करीब 60 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर या उससे ज्यादा होना चाहिए, और 40 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से नीचे नहीं होना चाहिए.
मेडिकल फैक्टर जैसे मोटापा, डायबिटीज और स्मोकिंग के अलावा, डाइट भी एचडीएल लेवल में प्रमुख भूमिका अदा करता है. गुड कोलेस्ट्रोल प्राकृतिक रूप से कई भोजन के स्रोत में पाया जाता है. आपके लिए कुछ भोजन बताए जा रहे हैं जो गुड कोलेस्ट्रोल लेवल को बढ़ाने में मदद करेंगे. सेहत को सुधारने के लिए जरूरी है कि अपनी डाइट में गुड कोलेस्ट्रोल वाले इन भोजन को शामिल करें.
फलियां, साबुत अनाज
फलियां जैसे बीन्स, सोयाबीन्स, मसूल की दाल और चना में आयरन की अधिक मात्रा होती है. फलियां में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कीम्पफेरोल सेहत को फायदा पहुंचानेवाला जैसे पुराने सूजन को कम करनेवाला साबित हुआ है. ये फोलेट, मैग्नीशियम और पोटैशियम के भी अच्छे स्रोत होते हैं और दिल की बीमारी के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं. उसके अलावा, ये नुकसानदेह कोलेस्ट्रोल के लेवल को कम करते हैं और गुड कोलेस्ट्रोल लेवल को बढ़ाते हैं.
नट्स और सीड्स
नट्स जैसे बादाम, अखरोट और काजू फोलिक एसिड के अच्छे स्रोत होते हैं. उसमें मैग्नीशियम, आयरन और मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स भी होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को सुधारते हैं और ऊर्जा लेवल को बढ़ाते हैं. सीड्स जैसे अलसी, कद्दू और चिया में आयरन की प्रयाप्त मात्रा होती है. उसके अलावा, सीड्स मैग्नीशियम, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड के भी शानदार स्रोत होते हैं जो एचडीएल लेवल को सुधारते हैं. मेटाबोलिक प्रक्रिया के दौरान हानिकारक फ्री रेडिकल्स से सेल्स की हिफाजत करने के लिए नट्स और सीड्स मुस्तैद रहते हैं.
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