नई दिल्लीः रैन्समवेयर साइबर अटैक की चर्चा शुक्रवार से ही दुनियाभर में फैली है. इसके चलते लोगों को ऑनलाइन ट्रांसजेक्शन करने से लेकर एटीम का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी जा रही है. इतना ही नहीं, लोगों को ई-कॉमर्स वेबसाइट्स का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी जा रही है. दरअसल, ऐसा माना जा रहा है कि ऑनलाइट ट्रांजेक्शन और ई-शॉपिंग करने से आपके मोबाइल या कंप्यूटर पर रैन्समवेयर साइबर अटैक हो सकता है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
ये कितना सच है इस पर जब एबीपी न्यूज़ ने साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल से बात की तो उनका कहना है कि ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल की बुनियाद विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम है. अगर विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट नहीं है तो खतरा है. इस बात पर भी निर्भर करता है कि कौन सा शॉपिंग प्लेटफॉर्म है, सुरक्षा इंतजाम ना होने पर उन्हें शिकार बनाया जा सकता है.


वहीं साइबर एक्सपर्ट मोनिक मेहरा का कहना है कि वैसे तो आप ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं ऐसा कोई खास रिस्क नहीं है. लेकिन आपको कुछ खास बात का ध्यान रखना है जैसे-




  • विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट होने चाहिए.

  • सिस्टम में एंटी वायरस डालकर रखें. सिक्योरिटी के तौर पर सिस्टम हमेशा अपडेट करके रखें.

  • अगर शॉपिंग के दौरान आपके सिस्टम या मोबाइल में .exe फाइल डाउनलोड होने लगे तो उसे तुरंत स्टॉप कर दें और उस फाइल को ओपन ना करें.

  • शॉपिंग वेबसाइट पर कुछ भी सर्च कर रहे हैं तो ऑटो डाउनलोड पहले ही बंद कर दें और पॉप-अप फाइल्स ना खोलें.

  • कोई भी फाइल जो खुद से डाउनलोड हुई है उसे पहले स्कैन कर लें. खासतौर पर .exe फाइल्स, .html फाइल्स.
    ध्यान रहें, आपके सिस्टम पर किसी भी तरह की कोडिंग स्क्रिप्ट ना चले.

  • ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान सीधे यूआरएल पर जाइए. किसी रिडायरेक्ट लिंक के जरिए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ना करें.

  • आपके मेल पर ऑफर्स के कोई लिंक आएं तो उन पर क्लिक मत कीजिए. या तो आप श्‍योर हो कि सही विंडो खुलेगी, अगर आप श्योर नहीं है तो लिंक बिल्कुल ना खोलें.

  • अगर आपको यूआरएल ठीक लगता है तो भी लिंक को डायरेक्ट‍ ओपन करने के बजाय कॉपी और पेस्ट  कीजिए. यूआरएल यानि लिंक पर खास ध्यान रखें कि आप जो भी यूआरएल खोल रहे हैं वो ठीक हो.

  • सही यूआरएल की शुरूआत https: से होती है. जब आप पेमेंट करते हैं तो जो यूआरएल बदल रहा है ध्यान रहे कि वो ठीक हो. इससे आप जान पाएंगे कि आप सही वेबसाइट पर पेमेंट कर रहे हैं. जैसे- icici के यूआरएल में चैक करें डबल आई तो नहीं है. या फिर axis में डबल एस तो नहीं लगा हुआ. यानि यूआरएल की स्पेलिंग में मिस्टेक तो नहीं है. अगर गलत स्पेलिंग मिस्टेक है तो ये आपकी सारी इंर्फोमेशन लीक हो सकती है.


क्या है रैन्समवेयर साइबर अटैक
रैन्समवेयर के नाम से दुनिया के 150 देशों में कंप्यूटर पर अटैक हुआ. इस अटैक के बाद कंप्यूटर में मौजूद डाटा लॉक हो जाता है और वो तब तक अनलॉक नहीं होता जब तक फिरौती की रकम नहीं चुका देते. कंप्यूटर पर फाइल लॉक का साइन दिखाता है और मांगी गई रकम चुकाने के बाद ही आपका डाटा अनलॉक हो सकता है.