दूध हमारी जिंदगी का अटूट हिस्सा है. सेहत के लिए दूध पीना बहुत फायदेमंद है. रोजाना एक ग्लास दूध प्रोटीन की पूर्ति करता है. उससे हमारी हड्डी का स्वास्थ्य सुधरता है. दूध में कई पौष्टिक तत्व और एंजाइम्स होते हैं जो हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं. सामान्य तौर पर लोग दूध उबालकर पीते हैं, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि कच्चा दूध पीना ज्यादा मुफीद है.


अगर आप भी उन लोगों में से हैं, तो इस बारे में जानना बहुत जरूरी है कि कच्चा दूध फायदे से ज्यादा नुकसान कर सकता है. अमेरिका में लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा करनेवाली एजेंसी फूड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, किसी भी जानवर के कच्चे दूध में नुकसानदेह बैक्टीरिया जैसे साल्मोनेला, एशेरिकिया कोलाए और लिस्टेरिया होता है. अगर दूध को कच्चा इस्तेमाल किया जाए, तो ये फूड प्वायजनिंग का कारण बन सकते हैं. 


कच्चे दूध के साइड-इफेक्ट्स
कच्चे दूध में बैक्टीरिया पाया जाता है जो हमारे शरीर को दूषित कर सकता है और बीमारियों जैसे रिएक्टिव गठिया, डायरिया और डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है. कच्चा दूध पीने से आपके शरीर में एसिड लेवल भी बढ़ जाता है. जरूरी है कि एसिड लेवल को काबू में रखा जाए.  


जब कच्चा दूध निकाला जाता है, तो ये पशु थन या कभी-कभी मल के संपर्क में आता है. इसकी वजह से दूध के दूषित होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है. इसलिए, दूध का कच्चा पीना बहुत असुरक्षित होता है. 


कच्चे दूध में बैक्टीरिया की मौजूदगी के कारण ट्यूबरक्लोसिस होने की संभावना भी बढ़ सकती है. हालांकि, कच्चे दूध में कई पोषक तत्व मिलते हैं. लेकिन, एक सच्चाई ये भी है कच्चा दूध बैक्टीरिया को आकर्षित करता है. इसलिए, कच्चा दूध उबले दूध के मुकाबले बहुत जल्दी खराब हो जाता है. कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को कच्चा दूध पीने से परहेज करना चाहिए.