भारत में शादी सबसे बड़ा फंक्शन माना जाता है. जिस परिवार में किसी की शादी होने वाली होती है, वहां महीनों पहले से रौनक छाने लगती है. कपड़ों की खरीददारी से लेकर कार्ड बंटने तक, हलवाई की बुकिंग से लेकर होटल तक सारी तैयारियां करनी होती हैं. ऐसे में दूल्हा-दुल्हन भी शादी के दिन सबसे खास दिखने की तैयारियों में लग जाते हैं. इतने कामों के चक्कर में कई बार हम कुछ जरूरी कामों को भूल भी जाते हैं. पंडित जी कुंडली और भविष्य देख लेते हैं शादी रचा देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं एक खुशहाल और स्वस्थ वैवाहिक जीवन जीने के लिए सिर्फ यही चीजें जरूरी नहीं है. क्या आप जानते हैं कि जिसके साथ आप अपनी पूरी जिंदगी बिताने जा रहे हैं वो स्वस्थ है? क्या आपको अपने पार्टनर की सेहत से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी हैं? अगर ऐसा नहीं है तो आपको शादी से पहले कुछ टेस्ट जरूर करावा लेने चाहिए. जिससे आपका आने वाला जीवन स्वस्थ और खुशहाल रहे. 


शादी से पहले करा लें ये 4 टेस्ट 


इनफर्टिलिटी टेस्ट- शादी के बाद लोग बच्चे की प्लानिंग करते हैं ऐसे में आपको शादी से पहले इनफर्टिलिटी टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए. इस टेस्ट में प्रजनन अंगों के स्वास्थ्य और स्पर्म काउंट के बारे में जानकारी मिलती है. ये टेस्ट इसलिए जरूरी है कि अगर आपको रिपोर्ट में किसी तरह की कोई समस्या आए तो आप उसका समय से पहले इलाज करवा लें.


एसटीडी टेस्ट- आजकल शादी से पहले रिलेशन बनाना आम बात है. इसलिए इस टेस्ट के जरिए आप कई तरह की यौन बीमारियां जैसे एचआईवी/ एड्स, दाद, गर्मी और हेपेटाइटिस सी जैसी बीमारियों के बारे में पता लगा सकते हैं. इनमें से कई रोगों का इलाज नहीं है ऐसे में आपको शादी से पहले एसटीडी टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए. 


ब्लड ग्रुप कंपैटिबिलिटी टेस्ट- भले ही शादी से पहले ब्लड टेस्ट आपको जरूरी नहीं लगे, लेकिन इस टेस्ट के जरिए आप और आपके पार्टनर का आरएच फैक्टर के बारे में पता लगाया जा सकता है. बच्चे के लिए दोनों का आरएच फैक्टर समान होना चाहिए. ऐसे में अगर आप दोनों का ब्लड ग्रुप एक-दूसरे के साथ कंपैटेबल नहीं है तो प्रेगनेंसी में आपको परेशानी हो सकती है. ये समस्या बच्चे के लिए और भी घातक हो सकती है. इसमें प्रेगनेंट महिलाओं के ब्लड में मौजूद एंटी-बॉडिज अपने बच्चे की रक्त कोशिकाओं को ही नष्ट कर देती हैं.


जेनेटिकली ट्रांसमिटेड कंडीशंस टेस्ट- इस टेस्ट के जरिए आप बहुत सारी जेनेटिक बीमारियों के बारे में पता लगा सकते हैं. इसका फायदा ये है जि आप अपनी बीमारियों को आसानी से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में संचरित होने से रोक सकते हैं. इस टेस्ट के जरिए आप ब्रेस्ट कैंसर, किडनी रोग, कोलोन कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के बारे में पता लगा सकते हैं और समय पर इनका इलाज भी करवा सकते हैं.


ये भी पढ़ें: 5 फूड्स जो करेंगे आपका हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल, अपनी डाइट में करें शामिल