Toxic Relationship: अगर आपको लगता है कि आपका रिलेशनशिप बेहतर हो सकता है, तो इसके लिए रिलेशनशिप काउंसलर (Relationship Counselor) की भी हेल्प ली जा सकती है. काउंसलर की मदद लेने से बिल्कुल भी हिचकिचाएं नहीं. काउंसलर की हेल्प लेने का तरीका भी अगर काम न आए, तो आप अपने फ्रैंड्स (Friends) या फिर किसी बेहद करीबी के साथ अपनी इस स्थिति को साझा कर सकते हैं. काउंसलर या फिर दोस्तों की मदद से दो चीजें हो सकती हैं या तो उनकी सलाह से आपका रिलेशन संभल जाएगा या फिर आपको इस टॉक्सिक रिलेशनशिप (Toxic Relationship) से खुद को आजाद करने का फैसला लेने में आसानी होगी.
एक टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर निकलने के लिए सबसे पहले आपको उसके लक्षण पहचानना बेहद ही जरूरी है. क्या आपका पार्टनर आप पर शक करता है, चिल्लाता है, आपको कंट्रोल करने का प्रयास करता है, झूठ बोलता है या आपको अपने रिश्तेदारों, फ्रैंड्स से दूर करने की कोशिश करता है. अगर पार्टनर आपको लेकर ज्यादा पज़ेसिव नेचर दिखाता है तो यह सभी एक अनहेल्दी रिलेशनशिप के लक्षण हैं. इसके अलावा अगर आपके पार्टनर की वजह से आपको रिलेशनशिप में रहते हुए हमेशा नकारात्मक, थका हुआ और असहाय जैसा फील होता है तो ये साफ इशारा है कि, आप एक हेल्दी रिलेशनशिप में नहीं हैं. बेहतर यही है कि, जितना जल्दी हो सके ऐसे रिश्ते को छोड़ दें.
काउंसलर की मदद लें
अगर आपको लगता है कि आपका रिलेशनशिप बेहतर हो सकता है, तो इसके लिए रिलेशनशिप काउंसलर की भी हेल्प ली जा सकती है. काउंसलर की मदद लेने से बिल्कुल भी हिचकिचाएं नहीं. काउंसलर की हेल्प लेने का तरीका भी अगर काम न आए, तो आप अपने फ्रैंड्स या फिर किसी बेहद करीबी के साथ अपनी इस स्थिति को साझा कर सकते हैं. काउंसलर या फिर दोस्तों की मदद से दो चीजें हो सकती हैं या तो उनकी सलाह से आपका रिलेशन संभल जाएगा या फिर आपको इस टॉक्सिक रिलेशनशिप से खुद को आजाद करने का फैसला लेने में आसानी होगी.
खुद से प्यार करना सीखें
आप किसी दूसरे को ये अधिकार नहीं दे सकते हैं कि, वो जिस तरह चाहें आपके साथ बर्ताव करें और इसके बदले में आप सिर्फ चुप रहें. इसलिए आपको खुद से प्यार करना सीखना होगा. आत्मसम्मान से समझौता किसी भी सूरत में न होने दें. अगर आपको किसी भी बात से ठेंस पहुंचती है या कोई भी नकारात्मक असर आप पर पड़ता है, तो उसे खुलकर जाहिर करें. खुद के लिए स्टैंड लेना सीखें. जब आप अपने आत्मसम्मान और खुद से प्यार पर ध्यान देंगे, तो खुद ही इस टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर निकलने की हिम्मत भी आ जाएगी. जिंदगी एक बार ही मिलती है, तो क्यों ना उसे बेहतर तरीके से और खुशी के साथ जिया जाए. इस डर में न रहें कि, रिलेशन टूट गया तो फिर क्या होगा, कोई साथी मिलेगा या नहीं. इसकी जगह इस पर ध्यान दें कि आप इस टॉक्सिक रिलेशनशिप में रहते हुए अपनी लाइफ का एक एक पल नेगेटिविटी और दुख में बिता रहें हैं. आप इस टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर निकलते हुए जीवन के इन्हीं पलों को खुशियों से भर सकते हैं.
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