Communication Gap: प्यार का रिश्ता भावनाओं (Feelings) से जुड़ा होता है. इसकी डोर इतनी नाजुक होती है कि हमेशा इसे बचाए रखना पड़ता है. कई बार रिश्ते की शुरुआत में खूब सारी बातें होती हैं लेकिन समय बीतने के साथ यह कम होने लगती है. कई बार तो ऐसा भी होता है कि आपका साथी आपके बात करना चाहता है लेकिन आपकी उसमें दिलचस्पी नहीं होती. इससे भावनाएं सामने नहीं आ पाती. पार्टनर (Partner) के मन में क्या चल रहा है, इसका अंदाजा नहीं लग पाता और कम्युनिकेशन गैप (Communication Gap) बढ़ने लगता है.
इस समस्या को अगर समय रहते दूर न किया जाए तो कई बार बातचीत न होने की खाई इतनी गहरी होती है कि यह रिश्ते (Relationship) को भी खत्म कर देती है. इसलिए अगर आपके साथ भी इस तरह की समस्या है तो हम आपको बता रहें हैं कुछ आसान टिप्स, जिन्हें फॉलो कर आप अपने रिलेशनशिप को स्ट्रॉन्ग बना सकते हैं और दूरियां भी मिटा सकते हैं...
- परिस्थिति चाहे जैसी भी हो कोशिश यह होनी चाहिए कि किसी भी रिश्ते में बातचीत का सिलसिला न टूटने पाए. इसलिए पार्टनर से बात करने का कोई भी मौका हाथ से न जाने दें.
- अगर आपके पार्टनर का शेड्यूल बिजी रहने वाला है और आपको भी कम समय मिल पाता है तो छोटी-छोटी बातें कम्युनिकेशन गैप नहीं आने देगा. जैसे- उनके लिए प्यार वाले मैसेज, किसी स्लिप पर मैसेज छोड़ दें, घर में जहां भी पार्टनर ज्यादा वक्त बिताता हो वहां कोई प्यार वाला नोट रख दें. इससे रोमांस बना रहेगा और दूरियां भी नहीं आएंगी.
- दूर रहने या ऑफिस रहने की स्थिति में पार्टनर को फोन या मैसेज करना न भूलें. पर याद रहे यह ज्यादा भी न हो कि आपके कॉल या मैसेज पार्टनर के लिए डिस्टर्ब करने वाला बन जाए.
- अगर पार्टनर ने कोई मैसेज या कॉल किया है तो उसका रिप्लाई जरुर दें, ऐसा न करना रिलेशनशिप के लिए ठीक नहीं. कोशिश रहे कि जवाब जल्दी दें.
- अगर कभी पार्टनर से अनबन हो जाए या किसी बात को लेकर नाराजगी बढ़ जाए तो भी बात करना बंद न करें, क्योंकि बात न करना किसी समस्या का हल नहीं.
- अगर आप बार-बार कोशिश कर रहे हैं और पार्टनर बात नहीं कर रहा है तो बातचीत का माहौल बनाएं. उन्हें जो पसंद हो वो काम करें.
- अगर आपके पार्टनर का मूड ऑफ है या वह किसी उलझन में है और बात नहीं कर रहा तो आप ही पहल करें और उनकी समस्या पर बात करें. उनका हौसला बढ़ाएं.
- कभी भी अगर पार्टनर के साथ लड़ाई हो तो किसी ऐसे शब्द का इस्तेमाल न करें जो पार्टनर को पसंद न आए और बातचीत बंद हो जाए. क्योंकि शब्दों की चोट काफी गहरी होती है.
- यह जरुरी नहीं कि आप अपने साथी से जब भी बात करें तो वह प्यार वाली बातें ही हो. समस्या, परेशानी, ताने या शिकायतें जो भी हो लेकिन कभी इतने तल्ख न हो कि संवाद ही टूट जाए.
- किसी भी बड़ी बात पर लड़ाई या अनबन क्यों न हो, कोशिश यह करें कि उसका अंत नॉर्मल तरीके से हो. बाद में ऐसा क्यों हुआ, इस सवाल का जवाब भी ढूंढें.
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