Relationship Tips : आपके पार्टनर का ज्यादा इमोशनल (Emotional) होना कभी-कभी रिलेशनशिप की समस्या बनने लगती है. ऐसे में हर दिन आपकी न जाने कौन सी बात आपके साथी को बुरी लग जाए और लड़ाईयां शुरू हो जाए. ऐसे सिचुएशन में माहौल को संभालना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. रिश्ता (Relationship ) संभालने की पूरी जिम्मेदारी आप पर आ जाती है. और फिर अगर समझदारी से काम न लिया जाए तो बात-बात की नोकझोंक रिश्ता में इस कदर कड़वाहट घोल देती है कि वह टूटने तक की कगार पर पहुंच  जाता है. ऐसे में अगर आपके सामने कभी ऐसी समस्या आए तो गुस्सा या नाराज होने की बजाय इन टिप्स (Relationship Tips) को फॉलो करें, जो आपके बड़े काम आ सकती हैं...

 

पार्टनर के इमोशन को समझें

कोई भी प्रॉब्लम तब तक आपके रिलेशनशिप में है, जब तक वह समझी नहीं जाती. अगर आपका पार्टनर जरुरत से ज्यादा ही इमोशनल है तो उनके व्यवहार को समझने की कोशिश करें कि आप की किसी बात पर उनका कैसा रिएक्शन होता है. अगर पार्टनर बात-बात पर इमोशनल होता है तो चिढ़ने की बजाय आराम से बैठकर बात करें. इससे आपकी समस्या खत्म हो सकती है. 

 

गुस्सा कंट्रोल करें

कभी-कभी पार्टनर (Partner) की भावुकता एरिटेट करने लगती है. जब यह कंट्रोल के बाहर होता है तो गुस्सा बन जाता है. इससे बात बिगड़ भी सकती है. इसलिए जब भी आपका पार्टनर भावुक हो और आपको गुस्सा आने लगे तो अपना व्यवहार बदल लें. नाराज होने से अच्छा है कि आप शांत रहें और बाद में इस पर पार्टनर को समझाएं. इससे उनकी भी आदत में सुधार हो सकता है.

 

प्यार से बनेगी बात

किसी भी रिलेशनशिप में प्यार सबसे महत्वपूर्ण होता है. जब कभी भी आपका पार्टनर गुस्से में हो या इमोशनल हो रहे हों तो आप रिएक्ट करने की बजाय प्यार से पेश आएं. उन्हें प्यार से ट्रीट करें. उनकी पसंद का ख्याल रखें और उन्हें खुश रखने की कोशिश करें. अगर तब भी बात न बने तो बैठकर इसपर चर्चा करें.

 

इग्नोर न करें, अहमियत दें

कोई भी इंसान अगर भावुकता में कुछ कह रहा है तो उसकी बातों को सुने और अहमियत दें. इससे उनके मन के अंदर की बात बाहर आ जाएगी. उनकी नाराजगी का पता चल जाएगा और आप उसे सुधारने की कोशिश कर सकते हैं. इसलिए जब भी पार्टनर भावुक हो, सबसे पहले उनकी बातों को गौर से सुनें और उस पर चर्चा करें.

 

नरमी से पेश आएं

अगर पार्टनर या साथी हर बात पर टची हो जाता है तो उससे नाराज होने की बजाय नरमी से पेश आएं. तालमेल बनाकर रखें. इससे हो सकता है, जब उसका गुस्सा शांत हो तो उसे पछतावा हो और फिर वह अपनी आदत में सुधार लाने की कोशिश करें. इसलिए जब कभी ऐसी सिचुएशन आए तो आपका केयरिंग बिहैवियर पार्टनर के इमोशनल व्यवहार को बदल सकता है.

 

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