Relationship Tips: रिलेशनशिप में कुछ भी पर्सनल नहीं होता, दोनों ही पार्टनर्स को एक-दूसरे की हर बात पता होनी चाहिए... ऐसा ज्यादातर लोग मानते हैं. हालांकि ऐसा मानना और और इस तरह की इच्छा रखना ही कई बार रिश्ते में तनाव और दूरी की वजह बन जाता है. अगर आप भी अपने रिश्ते में आ रही दूरी या बढ़ रहे तनाव की वजह जानना चाहते हैं तो आपको गौर करना होगा कि अनजाने में ही सही, कहीं आप भी अपने पार्टनर की लाइफ कंट्रोल करने की कोशिश तो नहीं कर रहे हैं, जिससे उनका पर्सनल स्पेस भी किल हो रहा है!


पति-पत्नी और लव-लाइफ पार्टनर्स के बीच अक्सर एक-दूसरे से यही उम्मीद की जाती है कि दोनों ही लोग एक-दूसरे को अपने बारे में हर बात बताएं. हालांकि रिश्ते में गहराई लाने और आपस में प्यार बढ़ाने के लिए आपको ऐसा करने की जिद अपने पार्टनर से नहीं करनी चाहिए. यदि आप अपने पास्ट की बातें और फ्यूचर की प्लानिंग दोनों ही अपने पार्टनर से शेयर करना पसंद करते हैं तो बदले में इस बात की उम्मीद बिल्कुल ना करें कि वो भी ऐसा ही करे. पार्टनर की हर प्लानिंग और हर बात में दखल देने की इच्छा आपके पार्टनर को घुटन का अहसास करा सकती है. क्योंकि हर व्यक्ति को हर कुछ शेयर करना पसंद नहीं होता है. आपके रिश्ते ऐसे में जब आप अपने पार्टनर से हर बात शेयर करने की जिद करते हैं और ऐसा ना करने पर नाराजगी जताते हैं तो इससे आपके रिश्ते में दरार पड़ सकती है.


पर्सनल स्पेस की जरूरत क्यों है?


आपके मन में यह सवाल जरूर आ सकता है कि आखिर पति-पत्नी या लव-पार्टनर्स के रिश्ते के बीच पर्सनल स्पेस की जरूरत क्या है! या इस रिश्ते में कोई भी बात सीक्रेट क्यों होनी चाहिए? तो इसका पहला कारण है मानसिक सुकून.


हर व्यक्ति अपने पास्ट में हुई घटनाओं को याद नहीं करना चाहता और फ्यूचर प्लानिंग को शेयर करना नहीं चाहता. ऐसे में उस पर इस काम के लिए दवाब बनाना उसके अंदर तनाव को पैदा करता है. इस तरह का प्रेशर रिश्तों में घुटन की वजह बन जाता है.


खुद के बारे में सोचने का समय


पर्सनल स्पेस हैपी लाइफ, हैपी फैमिली और सेल्फ ग्रोथ के लिए भी बहुत जरूरी होता है. दिन का कुछ समय ऐसा जरूर होना चाहिए, जब व्यक्ति सिर्फ अपने साथ बैठे और दिनभर के घटनाक्रमों के बारे में सोचे कि कहां क्या गलत और क्या सही रहा. आगे किसी स्थिति को कैसे हैंडल करना है और धीरे-धीरे अपने गोल्स की तरफ बढ़ने की स्पीड को कैसें बढ़ाना है.


पार्टनर से ऐसे करें बात


यदि आपके पार्टनर को भी आपकी पर्सनल स्पेस की डिमांड समझ नहीं आ रही है तो आपको उन्हें प्यार से समझाने की जरूरत है. गुस्सा करना या नाराज होना आपके पार्टनर के अंदर हीन भावना या असुरक्षा की भावना को बढ़ा सकता है.


आप अपने पार्टनर को बताएं कि कुछ समय अकेले रहने से आपको मानसिक खुशी मिलती है. जो आपके लिए ब्रेन फूड की तरह काम करती है. इसके लिए पार्टनर का भरोसा जीतना बहुत जरूरी है. उन्हें यकीन होना चाहिए कि इस मी-टाइम में आप ऐसा कुछ नहीं करते, जो उन्हें इनसिक्योर फील कराए.


परिवार की ग्रोथ और खुशी के लिए इस मी-टाइम की जरूरत को समझाएं. उन्हें बताएं कि जब आप कुछ समय अकेले सुकून से बैठकर बिताते हैं तो इससे आपको एक नई ऊर्जा मिलती है. जो आपको आगे बढ़ने में मदद करती है. वर्क प्लेस की पॉलिटिक्स और दिक्कतों को सॉल्व करने का रास्ता दिखाती है. आपकी ये बातें आपके पार्टनर को जरूर समझ आएंगी और आपको पर्सनल स्पेस ना मिलने की समस्या भी दूर हो जाएगी.