Relationship Tips: भारतीय समाज में आज भी कम उम्र के अफेयर को अच्छा नहीं माना जाता. पेरेंट्स को अगर पता चल जाए कि उनके बच्चे को प्यार (Teenage Love) हो गया है तो वे बर्दाश्त नहीं कर पाते. कई बार जब बच्चा स्कूल में होता है. 14-15 साल की उम्र में उसके अफेयर की जानकारी मिलती है तो पेरेंट्स गुस्सा हो जाते हैं और बच्चों पर पाबंदियां लगाने लगते हैं तो कहीं से भी ठीक नहीं है.

 

ऐसे में बच्चे माता-पिता से कटने लगते हैं. वह अपनी कोई भी बात उनसे शेयर करने से बचने लगते हैं. इसलिए जब भी आपको अपने बच्चे को अफेयर (Affair) के बारें में पता चले तो उन्हें बहुत ही प्यार से समझाना चाहिए और सही तरीके से डील करना चाहिए. यहां जानिए ऐसे रिलेशनशिप के बारें में पता चलने पर क्या करना चाहिए...

 

भूलकर भी न करें ऐसी गलती

अगर कभी आपको अचानक से अपने बच्चे के अफेयर के बारें में पता चले तो गुस्सा या नाराज होने की बजाय सबसे पहले खुद को शांत रखें. अगर आप गुस्सा करते हैं. उसपर चिल्लातें हैं तो आपका और बच्चे का रिश्ता खराब हो सकता है. हम सभी जानते हैं कि टीनएज में बच्चे को डरा-धमकाकर कोई बात नहीं मनवाई जा सकती. इसलिए सबसे पहले अपना गुस्सा शांत करें और आराम से इस मैटर को सुलझाएं.

 

प्यार से बन सकता है काम

टीनएज एक ऐसी एज है, जिसमें लड़का-लड़की का एक-दूसरे की तरफ आर्कषित होना बहुत ही नॉर्मल बात है. ऐसे में घर का माहौल हमेशा ऐसा बनाए, जिससे कभी भी आपके बच्चे को अगर प्यार हो तो वह खुद आपसे यह बात शेयर कर दे. ऐसे में अगर आप उन्हें प्यार से समझाते हैं. इसके पॉजिटिव और निगेटिव असर पर बात करते हैं तो आपका बच्चा मान सकता है. 

 

बच्चों के इमोशन को समझें

टीनएज में बच्चों के दिमाग में कई तरह के सवाल आते हैं. उनका दिल उन्हें कहीं और जाने को कहता है और दिमाग कुछ और. इसलिए बच्चों के इमोशन को समझें. इस उम्र में बच्चों के दोस्त बनकर रहें और उनके साथ अपने अनुभव बांटे. इससे बच्चे के मन की स्थिति समझ आ जाएगी और फिर बात करके उन्हें समझा सकते हैं.

 

पाबंदियां न लगाएं, आजादी दें

बच्चों को घर में हमेशा फ्रैंडली माहौल देना चाहिए. उनके लड़के या लड़की कोई भी दोस्त को घर आने की छूट हो. उनके दोस्तों को आप खुद ही घर बुलाएं और उनसे बात करें. ऐसे में बच्चे के बारें में आपको पता चलता है. अगर इस बीच आपको उसके अफेयर के बारें में पता चलता है तो उस लड़के या लड़की से मिले, जिसकी तरफ आपका बच्चा अट्रैक्ट हो रहा है. सबसे खास बात यह रहेगी कि आप अपने बच्चे से रोमांस, अट्रैक्शन पर खुलकर बातें करें.

 

इनकार से नहीं बनेगी बात

जब कभी भी पेरेंट्स को अपने टीनएजर बच्चे के रिलेशनशिप के बारें में पता चले तो उसे सीधे इनकार या इग्नोर करने की बजाय इस पर खुलकर बात करें. बच्चे को प्यार से समझाएं, उन्हें डिसीजन लेने का मौका दें. अगर आप उनके रिश्ते को सीधे-सीधे इनकार कर देंगे तो यह बात उन्हें ठेस पहुंचा सकती हैं और वे जिद पर अड़ सकते हैं. इसलिए उनके रिश्ते को मंजूरी देकर उन्हें इसको लेकर प्यार से समझाएं.

 

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