इन आदतों से कहीं आप अपने पार्टनर को तो नहीं समझ रहे हैं रेड फ्लैग? न करें ये गलतियां
रेड फ्लैग का मतलब होता है कि अगर आपका पार्टनर सपोर्टिव नहीं है तो उसे रेड फ्लैग कहा जाता है.बहुत बार लोग अपने साथी की आदतें और सामान्य व्यवहार को भी रेड फ्लैग के रूप में गलती से मान लेते हैं
आजकल आपको 'रेड फ्लैग' शब्द बहुत सुनने को मिलता होगा. रेड फ्लैग का मतलब होता है कि अगर आपका पार्टनर सपोर्टिव नहीं है तो उसे रेड फ्लैग कहा जाता है. वहीं अगर आपका पार्टनर अच्छा है या सपोर्टिव है तो वह ग्रीन फ्लैग कहा जाता है. रेड फ्लैग में साथी को धोखा देना या उसे अपनी मर्जी के अनुसार नियंत्रित करना जैसे संकेत शामिल हैं. ये संकेत रिश्ते को समाप्त होने की ओर ले जा सकते हैं, लेकिन बहुत बार लोग अपने साथी की आदतें और सामान्य व्यवहार को भी रेड फ्लैग के रूप में गलती से मान लेते हैं, जिससे रिश्ता टूटने का कारण बन सकता है.आज हम आपको बताएंगे कि कैसे ये सामान्य आदतें रेड फ्लैग नहीं है.
पार्टनर से उम्मीद
एक-दूसरे से उम्मीदें हमेशा अलग होती है. जरूरी नहीं है कि आप भी वोई उम्मीद करें जो आपका पार्टनर कर रहा है. हम अक्सर इसे एक रेड फ्लैग मान लेते हैं. जबकि यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी इच्छाएं और आशाएं खुलकर एक दूसरे से बातचीत करें.
खुलकर बात नहीं कर पाना
कुछ लोग अपने साथी के साथ अपने जीवन में चल रही समस्याओं के बारे में खुलकर बात नहीं कर पाते हैं. जिस कारण हम अपने साथी के इस व्यवहार को एक रेड फ्लैग के रूप में मानते हैं. आपको अपने साथी को सांत्वना देने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि वह अपनी समस्याएं आपसे शेयर कर सकें.
पसंद और नापसंद अलग
रिश्ते में एक दूसरे की इच्छाओं और पसंद और नापसंद में भिन्नताएं होना बहुत सामान्य है. इस तरह की स्थिति में एक दूसरे की इच्छाओं में भिन्नता को एक रेड फ्लैग माना जाता है. रिश्ते बनाए रखने के लिए एक दूसरे के साथ अच्छे से बात करें और अच्छे से रहें.
व्यक्त नहीं कर पाया
कुछ लोग अपने भावनाओं को खुलकर व्यक्त नहीं कर पाते, जैसे कि प्रेम को खुलकर व्यक्त नहीं कर पाना या किसी चीज में असहजता महसूस करना. हम उन्हें रेड फ्लैग के रूप में मानते हैं, जिससे रिश्ते में गलतफहमियां बढ़ सकती हैं.
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