शुरुआत में कपल्स अपने प्रेमी के प्रति अपना प्यार समय-समय पर व्यक्त करते रहते हैं, लेकिन शुरुआती रिश्ते में कुछ सतर्कता भी आवश्यक होती है. यदि आप भी अपने प्रेम के शुरूआत में आप भी अपने पार्टनर को लगातार कॉल-मैसेज कर रहे हैं तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है. डेटिंग का यह मतलब नहीं है कि दूसरा व्यक्ति हमेशा आपके लिए उपलब्ध होगा. यह दो व्यक्तियों की इच्छा से संबंधित है. इसलिए अपनी खुशी और इच्छा के लिए किसी को लगातार कॉल मैसेज करना सही नहीं है. आपको अपने साथी को बिना सोचे समझे मैसेज भेजने से बचना चाहिए.


अक्सर ऐसा होता है कि इन स्थितियों में आपके दिमाग में बहुत सारे ऐसे विचार आते हैं कि आप अपने साथी को उसकी जांच करने का प्रयास करें. क्या हुआ कि उसने मुझे मैसेज क्यों नहीं भेजा? वह कहां होगा? उसका जवाब नहीं आया. मैंने उसके साथ दो दिनों तक कोई संपर्क नहीं किया. मुझे उन्हें मैसेज भेजना चाहिए, लेकिन वास्तव में आप जो कुछ करने की कोशिश कर रहे हैं वो सही नहीं है.



  • आपको अपने साथी को लगातार मैसेज भेजने से बचना चाहिए क्योंकि यह उस व्यक्ति को नियंत्रित करने के समान है. मैसेज भेजकर परिस्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करना बंद करें.

  • बिल्कुल आप परेशान हो सकते हैं या अपने साथी की याद आ सकती है, लेकिन आपके साथी को आपके निरंतर मैसेज से चिढ़ हो सकती है. इसलिए रिश्ते को मजबूत करने के लिए प्रेम और याद दोनों को संतुलित रूप में व्यक्त करना बेहतर है.

  • यदि आपके साथी आपके मैसेज का लंबे समय तक जवाब नहीं देते हैं, तो उसे तुरंत गलत और तुरंत मतलब ना निकालें. बहुत से लोग मैसेज लिखने में अच्छे नहीं होते और उन्हें उत्तर देने में लंबा समय लगता है, ऐसी स्थिति में आपको धैर्य बनाए रखना चाहिए और निरंतर मैसेज नहीं  भेजना चाहिए.

  • यह भी हो सकता है कि आपका साथी तुरंत जवाब नहीं देने पा रहा हो. किसी काम में व्यस्त हो सकता है, इसलिए ध्यान में रखते हुए मैसेज भेजें.

  • अगर आपका मैसेज जरूरी है तो उन्हें संदेश भेजने के बजाय उन्हें कॉल करने का विचार करें. इस तरह उन्हें लगेगा कि यह महत्वपूर्ण हो सकता है और वह इसे नजरअंदाज नहीं करेंगा.


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