वैलेंटाइन्स वीक के बाद विश्व में एंटी-वैलेंटाइन वीक मनाया जा रहा है. एंटी-वैलेंटाइन 15 फरवरी से शुरू होता है जिसमें स्लैप डे से शुरू होकर किक डे, परफ्यूम डे, फ्लर्ट डे, कन्फेशन डे, मिसिंग डे और ब्रेकअप डे शामिल हैं. वहीं19 फरवरी को एंटी-वैलेंटाइन वीक का पाँचवा दिन कन्फेशन डे के रूप में मनाया जाता है. कन्फेशन डे को खास कर उन लोगों के द्वारा मनाया जाता है जो अपनी भावनाओं या गलतियों का इज़हार करना चाहते हैं.
यह दिन केवल अपनी प्रेम भावनाओं को अभिव्यक्त करने के लिए ही सीमित नहीं है. इस दिन आप अपने किसी खास व्यक्ति के साथ अपनी कुछ राज और अपनी कुछ अपराधों या गलतियों का भी इजहार कर सकते हैं. यह किसी से अपने भावनाओं और विचारों को पूरे दिन में व्यक्त करने का एक अच्छा अवसर है.
ये है इस दिन को मनाने का कारण
कन्फेशन डे को मनाने के पीछे एक बहुत पॉप्युलर कहानी है. यहूदी-क्रिश्चियन परंपरा में यह धारणा है कि अपनी गलतियों को सार्वजनिक या निजी रूप से स्वीकृत करना क्षमा प्राप्त करने के लिए आवश्यक है. इसके अलावा बाइबिल में भी कहा गया है कि कन्फेशन एक महत्वपूर्ण कार्य है, जिसे हर किसी को करना चाहिए. इस नियम का मुख्य उद्देश्य था लोगों को अपनी दोषों को व्यक्तिगत रूप से और दूसरों के सामने स्वीकार करने के लिए मजबूर करना. इस क्रम में, पूरी तरह से अपने दोषों को एक बिशप या पुजारी के सामने कन्फेशन करना कई समय पहले ही शुरू हो गया था. उसी समय पाँचवी सदी में रोमन चर्च में शुभ गुरुवार को कन्फेशन जाने की बहुत सामान्य बात थी.
दूसरों से छुपाई बातें भी करते हैं स्वीकार
इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को किसी बात के बारे में अपने विचार व्यक्त करने के लिए प्रेरित करना है. इस दिन लोग अपनी पछतावा, ग़लतियों या अन्य छुपे हुए बातें अपने साथियों के साथ शेयर कर सकते हैं. यह दिन किसी पर भरोसा करने का एक शानदार पल है. इस दिन आप अपनी पुरानी गलतियाँ भी स्वीकार कर सकते हैं, जो आपने अब तक दूसरों से छुपाए रखी हैं.
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