Fake Friendship: जब दोस्ती में दिखने लगे दिखावा, तो इस तरह से बना लें दूरी
दोस्ती का रिश्ता है ऐसा रिश्ता है, जिसे दिल से बनाया जाता है और जब इसमें मिलावट होने लगे, तो समझिए कि अब इससे दूरी बनाने का वक्त आ गया है. आइये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.
दोस्ती के रिश्ते को हम खुद चुनते हैं, जो अगर अच्छा निकल जाए, तो किसी अनमोल तोहफे से कम नहीं होता. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है, जब हमारा मन कहता है कि कोई दोस्त हमारे साथ गलत व्यवहार कर रहा है. हालांकि, हम में से ज्यादातर लोग इसे नजरअंदाज कर जाते हैं क्योंकि हम सभी लंबे समय तक चलने वाली दोस्ती चाहते हैं, लेकिन जब दिखावे की दोस्ती मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो जाए, तो उससे छुटकारा पा लेने में ही भलाई है. लेकिन कुछ लोग अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर पाते और नकली दोस्ती का बोझ ठोते रहते हैं.
दरअसल, ऐसा खासकर तब होता है, जब हम उस व्यक्ति के साथ अपनी सभी सीक्रेट्स शेयर कर चुके होते हैं, उसे हमारे सारे इतिहास, खुशी, आंसुओं और अनुभवों को बारे में पता होता है, तब ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाने में सबसे ज्यादा परेशानी आती है. यहां कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताया गया है, जिसकी मदद से आप सामने वाले व्यक्ति को समझा सकते हैं कि अब दोस्ती को खत्म करने का समय आ गया है.
कैसे बताएं कि कब दोस्ती ख़त्म करने का समय आ गया है?
जब बातचीत बोझ लगने लगे
याद रखें जब आपके कॉल लॉग्स पर लगातार दो घंटे का टॉकटाइम दिखाई देगा? हाँ, वह सच्ची दोस्ती थी. जब कम्यूनिकेशन स्वाभाविक आदान-प्रदान के बजाय बोझ या दायित्व जैसा लगने लगे, तो यह एक संकेत हो सकता है कि भावनात्मक संबंध कमजोर हो रहा है.
एकतरफ़ा रिएक्शन
जब आपके जीवन को बदलने वाले समाचार या महत्वपूर्ण संदेशों को न्यूनतम या ऊपरी प्रतिक्रियाएं मिलने लगती हैं, तो इससे पता चलता है कि दोस्ती में जुड़ाव और अपनेपन की कमी होने लगी है. दोस्ती में कमतर महसूस करने के बजाय, दूर चले जाना ही बेहतर है.
दोस्ते के बारे में गपशप करना
एक-दूसरे से बात करने के बजाय, जब आप एक-दूसरे के बारे में बात करना शुरू करते हैं, तो यह सबसे बड़ा खतरा है, जो विश्वास और खुलेपन में गिरावट का संकेत देता है. हेल्दी फ्रेंडशिप बनाए रखने के लिए प्रभावी संवाद जरूरी है.
आप सोशल मीडिया के माध्यम से ही संवाद करते हैं
भले ही सोशल मीडिया कम्यूनिकेशन की सुविधा प्रदान करता है, लेकिन ऑफ़लाइन मुलाकातों के बिना केवल वर्चुअल वर्ल्ड में बातचीत करने से सतही संबंध बन सकते हैं. सच्ची दोस्ती ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म से परे व्यक्तिगत बातचीत पर पनपती है.