आज कल डेट पर जाना आम बात हो गई है. आजकल 17-18 साल के बच्चे डेट पर जाते हैं. पहली बार जब आप डेट पर गए थे, तो आपने इसके लिए कैसे तैयारी की थी? दूसरे व्यक्ति को जानने के अलावा हमे यह तय करना होता है कि हम उन्हें अपने बारे में कितनी जानकारी देना चाहते हैं. कुछ लोग डेट में जाने से पहले ये भी सोचते हैं कि क्या मैं उसको वास्तविक दिखाऊं या मैं सिर्फ झूठ बोलूं? आज हम आपको बताएंगे कि डेट में नकली रहना सही है कि नहीं.
ऐसे बनता है मजबूत कनेक्शन
अच्छा प्रभाव डालने की इच्छा सभी को होती है, लेकिन कभी-कभी हम चिंतित होते हैं कि हमारे असली विचार, भावनाएं सामने वाले को पसंद नहीं आए तो हमारी डेट खराब हो जाएगी, लेकिन वास्तविकता आकर्षक है जो सामने वाले पर अधिक प्रभाव डालती है. उदाहरण के लिए आप कार्टून फिल्मों को पसंद करते हैं, लेकिन आप पहली डेट पर इसे सामने वाले को बताने में हिचकिचाहट महसूस करते हैं, क्योंकि आपको यह पता नहीं कि आपके पार्टनर को ये अजीब लगेगा या नहीं. हालांकि अपनी दिलचस्पियों के बारे में साफ होना एक गहरी बातचीत और मजबूत कनेक्शन की ओर ले जा सकता है.
इन बातों को करें फॉलो
- आपको असली होने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. अपने रुचियों और मूल्यों को सच्चाई से शेयर करें. पहली डेट कठिन हो सकती हैं. आप दूसरे व्यक्ति को इंप्रेस करना चाहते होंगे, लेकिन आपको रिजेक्ट होने का भी डरते होगा.
- पहली डेट में हमेशा याद रखना चाहिए ही दिखावा ना करें जो हैं वो दिखाएं. साथ ही इसका भी ध्यान रखना चाहिए कि हम पहली ही डेट में सब कुछ जानकारी ना दे दें.
- ईमानदारी से भरोसा बढ़ाने में मदद मिलती है, जबकि बहुत ज्यादा झूठा बोलना बाद में समस्याओं का कारण बन सकता है.
- आप जैसे हैं वैसे ही रहें. दूसरे व्यक्ति की भावनाओं और सहानुभूति का भी ध्यान रखें. यह पहली डेट को शानदार बनाने का सबसे अच्छा तरीका है.
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