ऐसे रिश्तों को लेकर काफी दुविधा रही है जिनमें दो लोगों के बीच उम्र का बड़ा अंतर होता है. हालांकि, भारतीय समाज में सालों से शादी के लिए लड़का और लड़की के उम्र के बीच कुछ सालों का अंतर रखती आई है. वहीं, मॉडर्न समय में भी कपल्स अपनी मर्जी से ज्यादा एज गैप वाले व्यक्ति के साथ रिश्ते में आ रहे हैं. कई बार कपल्स के बीच यह गैप इतना ज्यादा होता है, जिसे एज गैप नहीं बल्कि जनरेशन गैप भी कह सकते हैं. वहीं, एक्टर और मॉडल मिलिंद सोमन और अंकिता कंवर, एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा और सिंगर निक जोनस जैसे कई सेलेब्रिटी कपल इस तरह के रिश्ते का सफल उदाहरण हैं. लेकिन यह, जरूरी नहीं है कि सभी रिश्ते इनके जैसे खुशहाल हों. इसलिए हम आज आपको इसी से जुड़ी कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं. 


उम्र के काफी अंतर के साथ एक-दूसरे को डेट करने वाले दो लोगों को कभी न कभी ट्रोलिंग का शिकार होना ही पड़ता है. समाज अक्सर रिश्तों से मनमाने आंकड़ों के आधार पर सीमाएं और अपेक्षाएं रखता है. इतना ही नहीं. जैसे-जैसे रिश्तों के प्रति नजरिया साफ हो रहा है, लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या परफेक्ट पार्टनर चुनते हुए उम्र को प्राथमिक देनी चाहिए.


वैसे भी यह सवाल सदियों से चला आ रहा है कि क्या उम्र वास्तव में रिश्तों में मायने रखती है? हालांकि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि उम्र का जीवन के अनुभवों, उद्देश्यों और सांस्कृतिक संदर्भों पर प्रभाव पड़ता है, लेकिन यह परफेक्शन की गारंटी नहीं देता है. कुछ लोग जीवन के पड़ावों पर एक दूसरे का साथ देने और सराहना करने के लिए, अपनी ही उम्र के लोगों के साथ डेटिंग करने में सहज महसूस कर सकते हैं. तो, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग अपने से काफी बड़े या छोटे उम्र के शख्स साथ गहरे संबंध बना सकते हैं.  


कोई भी रिश्ता परफेक्ट नहीं होता है और दूसरे की तुलना में पहले कपल वाले से ज्यादा झगड़े हो सकते हैं, लेकिन कई अध्ययनों के मुताबित कई बार ज्यादा एज गैप वाले कपल्स में दूसरे जोड़ों की तुलना में अधिक समस्याएं होती हैं. तो फिर ऐसे में क्या किया जाए? आइये जानते हैं.


एग-गैप वाले रिलेशनशिप के लिए टिप्स-


1. सामाजिक मानदंडों को संबोधित करने के लिए तैयार रहें: सामाजिक निर्णयों और रूढ़ियों का सामना करने के लिए तैयार रहें. बाहरी राय के बजाय रिश्ते की मजबूती और भागीदारों के बीच वास्तविक संबंध पर ध्यान दें. न कि इस बात पर कि कौन आपके रिश्ते को कैसे जज कर रहा है.


2. इन्सिक्योरिटीज पर काबू पाएं: जब कपल्स में एज गैप ज्यादा हो, तो बड़ी उम्र वाले शख्स को अपने पार्टनर को खोने की असुरक्षा हो सकती है. ऐसे में दोनों पार्टनर्स को अपने डर और असुरक्षाओं के बारे में खुलकर बात करनी चाहिए. एक-दूसरे के नजरिए को समझने से सहानुभूति को बढ़ावा मिल सकता है और चिंताओं को कम करने में मदद मिल सकती है.


3. जीवन के अलग-अलग स्टेजेस को बैलेंस करें: जीवन लक्ष्यों और टाइमलाइन्स में संभावित अंतर को समझें और उनपर काम करें. भविष्य के लिए साथ बैठकर बात करें और खुलकर अपने विचार को रखें, जिसमें दोनों भागीदारों की आकांक्षाएं शामिल हों.


यह स्वीकार करना बहुत जरूरी होता है कि जहां उम्र का अंतर किसी रिश्ते में समृद्धि ला सकता है, वहीं यह चुनौतियां भी पैदा कर सकता है. इसलिए खुलकर बातचीत करना चाहिए. उम्र का अंतर तब काम कर सकता है जब दोनों व्यक्ति एक ही स्तर के हों और एक-दूसरे के यूनीक क्वालिटीज का सच्चा सम्मान और सराहना करते हों.