आजकल के लोग सब कुछ अलग करना चाहते हैं. फिर चाहे बात शादी की क्यों ना हो. आजकल युवाओं के लिए विवाह की प्राचीन पद्धति भूत शुद्धि विवाह का भी काफी क्रेज नजर आ रहा है. दो जिंदगियां जब एक होने की कोशिश करती हैं, तो वह बेहद खुशनुमा लम्हा होता है.
दूसरे को अपने दिल में एक पवित्र स्थान देना ही विवाह कहलाता है. अपने रिश्ते को पवित्र व मजबूत बनाने के लिए आजकल लोगों की आस्था भूत शुद्धि विवाह में बढ़ रही है. ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जगदीश वासुदेव द्वारा बताया गया भूत शुद्धि विवाह शरीर में मौजूद पांच तत्वों को सही तरीके से संगठित करने की प्रक्रिया है. कोयंबटूर स्थित ईशा फाउडेशन से भूत शुद्धि विवाह कराने हेतु प्रशिक्षित वॉलंटियर्स बताते हैं कि भूत शुद्धि विवाह सिर्फ दूल्हा दुल्हन के लिए ही नहीं है, बल्कि यह इसमें हिस्सा लेने वाले सभी लोगों को लाभ देता है. यह यौगिक काल की सबसे प्राचीन विवाह पद्धति है. जिसे सदूरु द्वारा आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया है. अब तक देश-विदेश की हजार से भी अधिक जोड़ियां भूत शुद्धि विवाह कर चुकी हैं.
देवी का पेडेंट और हल्दी का मंगलसूत्र
शादी की सालगिरह पर भी यह विवाह करते हैं. इसके बाद दम्पति अपने रीति-रिवाज के अनुरूप भी विवाह कर सकते हैं. इस विवाह में हर तत्व के लिए एक यानी कि पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश के लिए पांच फेरे होते हैं. पांच फेरों के बाद लिंग भैरवी देवी का पेडेंट और हल्दी का मंगलसूत्र पहनाया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान तात्विक मंत्रोच्चारण किया जाता, जिससे भावविभोर कर देने वाला वातावरण बन जाता है.
दो शरीरों के पांच तत्वों का मिलन
जो लोग यह शादी कराते हैं, उन्हें सुमंगला कहा जाता है. यह विवाह को सुमंगला महिलाएं या सुमंगला दम्पति ही करा सकते है, लेकिन दो सुमंगला पुरुष विवाह नहीं करा सकते. इस बारे में सुमंगला बताते हैं कि यह विवाह शादीशुदा या शादी करने के इच्छुक कोई भी करा सकता है. यह दो शरीरों के पांच तत्वों का मिलन है. विवाह के दौरान मौजूद लोगों के भी पांच तत्वों का शुद्धिकरण हो जाता है. हमारे यहां कई ऐसे दम्पति भी आते हैं.
विदेशी जोड़ी को भी भाया
जानकारी के अनुसार अमेरिका के रहने वाले हीथ स्ट्रीट और आंध्र प्रदेश की श्रावणी स्ट्रीट ने 15 फरवरी 2022 को भूत शुद्धि विवाह किया. वह बताते है कि मुझे याद है कि पहली बार क्रिसमस पर हम वहां गए थे. परिवार में जब बताया तो मां ने यही कहा कि अगर देवी मां का मन है तो वह कोई जादू जरूर करेगी. भूत शुद्धि विवाह पांच तत्वों की शुद्धि है. मुझे लगता है यह हमारे नए जीवन के लिए बहुत अहम है. उनकी शुद्धि के बाद हमने दो अलग-अलग रीति-रिवाज से शादी की. इस शादी से हमारे बीच सही मायने में एक बॉन्डिंग हुई. विवाह की पूरी प्रक्रिया में मेरी आंखों में आंसू थे. हम यास्तव में एक दूजे से घनिष्ठ रूप से बंध गए थे.
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