Mental Peace: मन की शांति चाहिए,तो आज से ही अपने रिश्ते में करना बंद कर दें ये काम
हम किसी भी रिश्ते को सही तरीके से नहीं निभा सकते हैं, जबतक खुद हमारा मन शांत न हो. इसलिए अपने मेंटल पीस पर काम करने जरूरत होती है. यहां कुछ टिप्स बताए गए हैं, जो आपकी मदद करेंगे.
आजकल मन की शांति पाना बहुत मुश्किल है. भले ही आप एक खुशहाल रिश्ते में हों, यह जानना कि खुद की भलाई और दूसरों के साथ निभा रहे रिश्ते के लिए मन की शांति होना बहुत जरूरी है. क्योंकि जब तक हमारा खुद का मन शांत नहीं होगा, हम किसी भी रिश्ते को सही तरीके से नहीं निभा सकेंगे. इसके लिए यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं, जो आपको मानसिक रूप से शांति पाने में मदद करेंगे.
किसी भी रिश्ते में इन चीजों को करने से बचें-
आप कैसा महसूस करते हैं इसके लिए दूसरे लोगों को दोष देना - आप कैसा महसूस करते हैं इसके लिए दूसरे लोगों को दोष देने के बजाय, अपनी भावनाओं को पैदा करने वाले विचारों पर ध्यान देना और उनके बारे में अलर्ट रहना सीखें. आप तुरंत बहुत अधिक शक्तिशाली महसूस करेंगे और आप कैसे सोचते हैं, महसूस करते हैं और कैसे दिखते हैं, उस पर आपका नियंत्रण होगा.
'सही' होने के लिए लड़ना - किसी भी रिश्ते में खुद को सही दिखाने के लिए लड़ने के बजाय, यह स्वीकार करें कि अन्य लोग चीजों के बारे में आपसे अलग विचार रखने वाले हैं. अपने अहंकार को किनारे रखें और उनके दिमाग को समझने की कोशिश करें.
लोगों को अलग कर देना क्योंकि आपको लगता है कि आपको उकसाया गया है - जी हां, कुछ लोग अपनी परेशानी की वजह से दूसरों के रिश्ते खत्म करवा देते हैं. उन रिश्तों को ख़त्म करने का निश्चित रूप से एक समय और स्थान होता है, जो हमारे काम नहीं आते. लेकिन ऐसा भी बहुत कुछ है जिससे हम सीख सकते हैं और बढ़ सकते हैं. लेकिन ऐसा तब होगा जब हम रुककर यह समझने को तैयार हों कि हम क्यों उत्तेजित महसूस करते हैं और अपनी सोच पर हमारा कंट्रोल क्यों नहीं है.
वैलिडेशन के लिए उनका इस्तेमाल करना - यह अच्छा लगता है जब हमारे जीवन में लोग वैसा ही व्यवहार करते हैं जैसा हम चाहते हैं. हालांकि, अगर आपकी ख़ुशी आपके साथी के रिश्ते में एक निश्चित तरीके से व्यवहार करने पर निर्भर है, तो आप वैलिडेशन के लिए अपने रोमांटिक रिलेशन का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके बजाय, अपने बारे में अपने विचारों को चुनौती देकर और बदलकर खुद को वैलिडेट करना सीखें.
अपने पिछले वर्जन को भूलकर आज पर ध्यान दें, जो कि कुछ अब आपने सीख लिया है- इससे कोई उद्देश्य पूरा नहीं होता है. और वास्तव में, आपका वह पिछला वर्जन उस समय के मुताबिक बिल्कुल सही था, उस वक्त आपके पास जितना ज्ञान, स्किन और जानकारी थी उसके मुताबिक आपने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया था. इसलिए अब खुद को पहली की बातों को याद करके आज के रिश्ते को निभाने की कोशिश न करें.