हिंदू पंचांग के अनुसार 7 मई का दिन बहुत ही शुभ है. इस दिन वैशाख माह की पूर्णिमा और इसी दिन बुद्ध पूर्णिमा भी है. इसके अतिरिक्त कई अन्य महत्वपूर्ण पर्व और व्रत भी हैं जिनका विशेष महत्व बताया गया है.
वैशाख पूर्णिमा
इस दिन को बहुत ही विशेष माना गया है. इस दिन दान देने की परंपरा है. इस दिन घर में सत्यनारायण की पूजा का विधान भी है. ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. स्कन्द पुराण में वैशाख पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है.
बुद्ध पूर्णिमा
बैशाख महीने की पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था. मान्यता है कि इसी दिन भगवान बुद्ध को बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था.
कूर्म जयंती
भगवान विष्णु ने इस दिन कच्छप यानि कछुआ का अवतार लिया था और समुद्र मंथन के समय अपनी पीठ पर मंदार पर्वत को उठाकर रखा था. इस जयंती पर भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है.
पूर्णिमा उपवास
पूर्णिमा व्रत का विशेष महत्व पुराणों और पौराणिक कथाओ में बताया गया है. इस दिन के व्रत से कई प्रकार के दुखों से मुक्ति मिलती है. इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की आराधना की जाती है. इसका व्रत चतुर्दशी की तिथि से ही प्रारंभ किया जाता है.
गुरु रबींद्र नाथ टैगोर जयंती
गुरु रबींद्रनाथ टैगोर भारत के गौरव हैं. इस दिन उनकी जयंती बड़ी ही धूमधाम से मनायी जाती है. रबींद्र नाथ टैगोर का बांगला साहित्य और संगीत विशेष योगदान रहा है. हमारे देश का राष्ट्रगान 'जन गण मन' को रवींद्रनाथ टैगोर ने ही लिखा था. उन्हें दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित नोबल पुरस्कार से नवाजा गया था. उनका जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता में जोरासंको हवेली में हुआ था. रविंद्रनाथ टैगोर कवि होने के साथ संगीतकार, चित्रकार और लेखक भी थे.
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