Vaisakh Month: वैशाख के मास में व्यक्ति को अपनी जीवन शैली में बदलाव करना चाहिए. इस मास में सूर्योदय से पहले स्नान करने से कई रोगों से मुक्ति दिलाता है. वैशाख में की जाने वाली पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है. यह मास साधना के लिए अति उत्तम माना गया है.
सभी 12 महीनों में भगवान विष्णु को वैशाख का महीना सबसे प्रिय है. मान्यता है कि इस माह में भगवान विष्णु की पूजा करने से प्रसन्न होते हैं और अच्छे फल प्रदान करते हैं. विष्णु भगवान की आराधना के लिए यह माह बहुत ही शुभ है. इस माह में दान देना श्रेष्ठ बताया गया है.
इन बातों का ध्यान रखें
इस मास के आरंभ होते हैं गर्मी बढ़ जाती है. तापमान में वृद्धि होने के कारण बीमारियों के फैलाने की भी संभावना बढ़ जाती है. इसलिए इस माह में विशेष स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए. अनुशासित जीवन शैली जीने से कई प्रकार के रोगों से बचाव होता है. इस मास शीतलता प्रदान करने वाली वस्तुओं का सेवन करना चाहिए. भोजन संतुलित और पौष्टिक लेना चाहिए. इस माह में जल का सेवन आधिक करना चाहिए. अधिक देर तक सोना इस मास में अच्छा नहीं माना गया है.
वैशाख माह के पर्व और व्रत
11 अप्रैल - संकष्टी चतुर्थी
13अप्रैल - बैसाखी
13 अप्रैल- मेष संक्रांति
18 अप्रैल - वरुथिनी एकादशी
20 अप्रैल- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
21 अप्रैल- मासिक शिवरात्रि
22 अप्रैल- वैशाख अमावस्या
26 अप्रैल- अक्षय तृतीया
4 मई- मोहिनी एकादशी
5 मई- प्रदोष व्रत (शुक्ल)
7 मई- वैशाख पूर्णिमा व्रत
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