Aaj Ka Nakshatra: 03 सितंबर को मिथुन राशि में रहेगा चंद्रमा, जानें आज की तिथि
Aaj Ki Tithi 03 September 2021: 03 सितंबर 2021 को भाद्रपद मास (Bhadrapada 2021) की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि (Ekadashi Tithi) और पुनर्वसु नक्षत्र (Punarvasu Nakshatra) है.
![Aaj Ka Nakshatra: 03 सितंबर को मिथुन राशि में रहेगा चंद्रमा, जानें आज की तिथि Aaj Ka Nakshatra Aaj Ki Tithi On Aja Ekasdashi 03 September Today Punarvasu Nakshatra And Lord Vishnu Know Aaj Ka Panchang Aaj Ka Nakshatra: 03 सितंबर को मिथुन राशि में रहेगा चंद्रमा, जानें आज की तिथि](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/09/02/4b16263d9fe810090944bcde9c43d805_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Aaj Ka Nakshatra, Aaj Ki Tithi 03 Septembe 2021, Aaj Ka Panchang: पंचांग के अनुसार 03 सितंबर 2021, शुक्रवार को भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है. इस एकादशी तिथि को अजा एकादशी भी कहा जाता है. आज के दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है. चंद्रमा आज मिथुन राशि में है.
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi)
एकादशी तिथि 2021- हिंदू धर्म में एकादशी की तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. हिंदू मास के अनुसार एक मास में दो एकादशी की पड़ती है. एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल पक्ष. एकादशी की तिथि को अलग अलग नामों से जाना जाता है. आज भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है, जिसे अजा एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है.
आज का योग (Aaj Ka Yog)
व्यतीपात योग- 03 सितंबर 2021, शुक्रवार के दिन पंचांग के अनुसार व्यतीपात योग का निर्माण हो रहा है. ज्योतिष शास्त्र में इस योग को शुभ नहीं माना गया है. इस योग में कार्य करने से हानि होती है. ऐसा माना जाता है. लेकिन इस योग में जाप करना, ध्यान करना और साधना करना अच्छा माना गया है.
आज का नक्षत्र (Aaj Ka Nakshatra)
पुनर्वसु नक्षत्र आज है. पंचांग के अनुसार 03 सितंबर 2021, शुक्रवार को भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी की तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र है. जो शाम 04 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. इसके बाद पुष्य नक्षत्र आरंभ होगा. पुष्य नक्षत्र सभी नक्षत्रों का राजा माना गया है. पुनर्वसु नक्षत्र आकाश मंडल का सातवां नक्षत्र माना गया है. शास्त्रों में पुनर्वसु नक्षत्र का अर्थ पुन: शुभ होता है. इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले धन, मान सम्मान आदि प्राप्त करते हैं. ऐसे लोग दूसरों को प्रभावित करते हैं. पुनर्वसु नक्षत्र का स्वामी गुरु को बताया गया है. वर्तमान समय में गुरु कुंभ राशि में वक्री होकर गोचर कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें:
4 सितंबर के दिन बन रहे हैं एक नहीं, कई शुभ योग, धर्म-कर्म के लिए शनिवार का दिन है उत्तम, जानें कैसे?
Lakshmi Ji: शुक्रवार को लक्ष्मी जी की पूजा का बन रहा है विशेष संयोग, जानें लक्ष्मी आरती और मंत्र
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)