Aaj Ka Panchang: आज 24 सितंबर कालाष्टमी का मुहूर्त, राहुकाल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जानें
Aaj Ka Panchang: आज 24 सितंबर 2024 को अष्टमी तिथि का श्राद्ध, कालाष्टमी और मंगलवार का संयोग बना है. शिव के रूद्र और रौद्र दोनों स्वरूप की पूजा होग . आज का पंचांग, मुहूर्त, राहुकाल (Rahu Kaal).
Aaj Ka Panchang: आज 24 सितंबर 2024 को कालाष्टमी (Kalashtami), मंगलवार (Tuesday) और अष्टमी तिथि (Ashtami shradh) के श्राद्ध का संयोग बना है. कालाष्टमी पर जहां शिव के रौद्र स्वरूप काल भैरव की पूजा का विधान है तो वहीं मंगलवार को शिव जी के रूद्र अवतार हनुमान जी की उपासना की जाती है.
दोनों देव कष्टों से मुक्ति दिलाने वाले माने जाते हैं. इनकी कृपा से जीवन में भय, रोग, दोष, दुख दूर होते हैं. काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए आज इमरती का भोग लगाएं वहीं हनुमान जी को बूंदी का भोग अर्पित करें.
मंगलवार को बड़ के पेड़ के पत्तों की माला बनाकर हनुमान जी (Hanuman ji) को चढ़ाना चाहिए. मान्यता है इससे मुरादें जल्द पूरी होती है. आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त (Shubh muhurat 24 September 2024), राहुकाल (Aaj Ka Rahu kaal), शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग (Panchang in Hindi).
आज का पंचांग, 24 सितंबर 2024 (Calendar 24 September 2024)
तिथि | अष्टमी (24 सितंबर 2024 दोपहर 01.50 - 25 सितंबर 2024, दोपहर 12.38) |
पक्ष | कृष्ण |
वार | मंगलवार |
नक्षत्र | मृगशिरा |
योग | व्यतीपात, द्विपुष्कर योग |
राहुकाल | दोपहर 03.14 - शाम 04.44 |
सूर्योदय | सुबह 06.11 - शाम 06.15 |
चंद्रोदय |
रात 11.02 - प्रात: 12.57, 25 सितंबर |
दिशा शूल |
उत्तर |
चंद्र राशि |
मिथुन |
सूर्य राशि | कन्या |
शुभ मुहूर्त, 24 सितंबर 2024 (Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04.35 - सुबह 05.23 |
अभिजित मुहूर्त | सुबह 11.50 - दोपहर 12.39 |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 06.31 - रात 06.54 |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02.17 - दोपहर 03.06 |
अमृत काल मुहूर्त |
दोपहर 01.11 - दोपहर 02.46 |
निशिता काल मुहूर्त | रात 11.50 - प्रात: 12.38, 25 सितंबर |
24 सितंबर 2024 अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka ashubh Muhurat)
- यमगण्ड - सुबह 09.12 - सुबह 10.42
- आडल योग - रात 09.54 - सुबह 06.11, 25 सितंबर
- गुलिक काल - दोपहर 12.13 - दोपहर 01.43
आज का उपाय
कालाष्टमी पर सरसों के तेल में चुपड़ी हुई एक रोटी लेकर काले कुत्ते को डालनी चाहि. रोटी पर तेल चुपड़ते समय भैरव का ध्यान करते हुए 5 बार मंत्र का जप करना चाहिए. मंत्र है- ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ. मान्यता है इससे शत्रु का नाश होता है. धन की समस्या दूर होती है.
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