(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Aaj Ka Panchang: आज 27 अक्टूबर का मुहूर्त, राहुकाल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जानें
Aaj Ka Panchang: 27 अक्टूबर 2024 को आज कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि और रविवार है. इस दिन सूर्य और विष्णु जी की पूजा होती है. आज का पंचांग, मुहूर्त, राहुकाल (Rahu Kaal).
Aaj Ka Panchang: आज 27 अक्टूबर 2024 को कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और रविवार है. ये कार्तिक माह की पहली एकादशी होगी, हालांकि रमा एकादशी व्रत उदयातिथि के अनुसार 28 अक्टूबर को रखा जाएगा. कार्तिक माह भगवान विष्णु को समर्पित है.
ऐसे में श्रीहरि को दूध से स्नान कराएं और शाम को तुलसी के समक्ष घी का दीप प्रज्वलित करें. मान्यता है इससे घर में लक्ष्मी जी का आगमन होता है. आज रविवार भी है. जो सूर्य देव को समर्पित है. सूर्य की उपासना से जीवन में सम्मान और आरोग्य मिलता है.
अगर आप करियर और कारोबार को नया आयाम देना चाहते हैं, तो कार्तिक माह के रविवार को सेब का दान करें. इस उपाय को करने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है.
आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त (Shubh muhurat 27 October 2024), राहुकाल (Aaj Ka Rahu kaal), शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग (Panchang in Hindi).
आज का पंचांग, 27 अक्टूबर 2024 (Calendar 27 October 2024)
तिथि | एकादशी (27 अक्टूबर 2024, सुबह 5.23 - 28 अक्टूबर 2024, सुबह 07.50) |
पक्ष | कृष्ण |
वार | रविवार |
नक्षत्र | मघा |
योग | ब्रह्म |
राहुकाल | शाम 04.16 - शाम 05.40 |
सूर्योदय | सुबह 06.28 - शाम 05.41 |
चंद्रोदय |
प्रात: 2.43 - प्रात: 03.05, 27 अक्टूबर |
दिशा शूल |
पश्चिम |
चंद्र राशि |
सिंह |
सूर्य राशि | तुला |
शुभ मुहूर्त, 27 अक्टूबर 2024 (Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04.46 - सुबह 05.37 |
अभिजित मुहूर्त | सुबह 11.43 - दोपहर 12.28 |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 05.45 - शाम 06.11 |
विजय मुहूर्त | दोपहर 01.59 - दोपहर 02.44 |
अमृत काल मुहूर्त |
सुबह 09.44 - सुबह 11.30 |
निशिता काल मुहूर्त | रात 11.40 - प्रात: 12.31, 28 अक्टूबर |
27 अक्टूबर 2024 अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka ashubh Muhurat)
- यमगण्ड - दोपहर 12.05 - दोपहर 1.28
- विडाल योग - सुबह 06.30 - दोपहर 12.24
- गुलिक काल - दोपहर 2.52 - शाम 04.16
आज का उपाय
कार्तिक माह की एकादशी तिथि पर पितरों के निमित्त तर्पण करना श्रेष्ठ होता है, साथ ही इस दिन शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक लगाएं.
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