Aaj Ka Panchang: आज 3 सितंबर का शुभ मुहूर्त, राहुकाल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जानें
Aaj Ka Panchang: आज 3 सितंबर 2024 को मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा और उपाय करें. हनुमान जी (Hanuman ji) की पूजा से हर कष्ट दूर होता है. जानें आज का पंचांग, मुहूर्त, राहुकाल (Rahu Kaal).
Aaj Ka Panchang: आज 3 सितंबर 2024 को भाद्रपद माह की अमावस्या और प्रतिपदा तिथि और मंगलवार (Tuesday puja) है. मंगलवार को हनुमान जी (Hanuman ji) की पूजा का विशेष महत्व है.
अपनी डांवाडौल आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए आज आपको हनुमान जी के 'ऊँ हं हनुमते नमः।' मंत्र 108 बार जाप कर बजरंगबली को पान का बीड़ा अर्पित करना चाहिए. मान्यता है इससे रूठी खुशियां लौट आती हैं. घर में पैसों की परेशानी दूर होती है. और जीवन सुखमय बनता है.
मंगलवार को हनुमान जी का ध्यान करते हुए ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें. कहते हैं इसके प्रभाव से व्यक्ति कर्ज की समस्या से राहत पाता है. मान्यता है व्यक्ति संकटों से पार पाता है.
आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त (Shubh muhurat 3 September 2024), राहुकाल (Aaj Ka Rahukaal), शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग (Panchang in Hindi).
आज का पंचांग, 3 सितंबर 2024 (Calendar 3 September 2024)
तिथि | सुबह 07.24 तक अमावस्या उसके बाद प्रतिपदा तिथि शुरू |
पक्ष | कृष्ण |
वार | मंगलवार |
नक्षत्र | पूर्वाफाल्गुनी |
योग | सिद्ध |
राहुकाल | दोपहर 03.30 - शाम 05.05 |
सूर्योदय | सुबह 06.00 - शाम 06.40 |
चंद्रोदय |
चंद्रोदय नहीं - शाम 06.58 |
दिशा शूल |
उत्तर |
चंद्र राशि |
सिंह |
सूर्य राशि | सिंह |
शुभ मुहूर्त, 3 सितंबर 2024 (Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04.28 - सुबह 05.13 |
अभिजित मुहूर्त | सुबह 11.56 - दोपहर 12.27 |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 06.47 - रात 07.09 |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02.38 - दोपहर 03.29 |
अमृत काल मुहूर्त |
रात 08.01 - रात 09.48 |
निशिता काल मुहूर्त | रात 12.00 - प्रात: 12.45, 4 सितंबर |
3 सितंबर 2024 अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka ashubh Muhurat)
- यमगण्ड - सुबह 09.10 - सुबह 10.45
- आडल योग - सुबह 03.10 - सुबह 06.01, 4 सितंबर
- गुलिक काल- दोपहर 12.20 - दोपहर 01.55
आज का उपाय
अगर आपका बच्चा अचानक से रात को सोते समय डर जाता है तो उसे हनुमान जी पर लगा सिंदूर का तिलक करें. मंगल के मंत्र का 11 बार जप करना चाहिए. मंत्र है- ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:। इससे हर पीड़ा दूर होती है.
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