Aaj Ka Panchang: आज 4 दिसंबर का शुभ मुहूर्त, राहुकाल और पंचांग जानें
Aaj Ka Panchang: 4 दिसंबर 2024 को आज मार्गशीर्ष माह का शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि और बुधवार है. बुध देव की कृपा प्राप्ति के लिए उनके मंत्रों का जाप करें, आज का पंचांग, मुहूर्त, राहुकाल (Rahu Kaal).
Aaj Ka Panchang: आज 4 दिसंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि और बुधवार है. आज के दिन बुध ग्रह के निमित्त कुछ खास उपाय करने पर करियर में तरक्की मिलती है. बुध को बुद्धि, वाणी और मान सम्मान का कारक माना जाता है.
कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं अथवा इसके निमित्त दान करें. मान्यता है कि बुधवार के दिन घर के मुख्य द्वार पर पंचपल्लव का तोरण लगाने से बुध ग्रह की शुभता प्राप्त होती है.
बुधवार के दिन देवी दुर्गा के मंदिर में जाकर हरे रंग की चूड़ियां चढ़ाएं और संभव हो तो 09 कन्याओं को हरे रंग का रुमाल या वस्त्र बांटें. इससे बुध ग्रह कुंडली में मजबूत होते हैं. आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त (Shubh muhurat 3 December 2024), राहुकाल (Aaj Ka Rahu kaal), शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग (Panchang in Hindi)
आज का पंचांग, 4 दिसंबर 2024 (Calendar 4 December 2024)
तिथि | तृतीया (3 दिसंबर 2024, दोपहर 01.09 - 4 दिसंबर 2024 दोपहर 1.10) |
पक्ष | शुक्ल |
वार | बुधवार |
नक्षत्र | पूर्वाषाढ़ा |
योग | गण्ड, रवि योग |
राहुकाल | दोपहर 12.11 - दोपहर 1.30 |
सूर्योदय | सुबह 06.57 - शाम 05.24 |
चंद्रोदय |
सुबह 9.48 - रात 08.03 |
दिशा शूल |
उत्तर |
चंद्र राशि |
धनु |
सूर्य राशि | वृश्चिक |
शुभ मुहूर्त, 4 दिसंबर 2024 (Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04.46 - सुबह 05.37 |
अभिजित मुहूर्त | सुबह 11.50 - दोपहर 12.31 |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 05.21 - शाम 05.48 |
विजय मुहूर्त | दोपहर 01.59 - दोपहर 02.44 |
अमृत काल मुहूर्त |
दोपहर 12.20 - दोपहर 1.58 |
निशिता काल मुहूर्त | रात 11.42 - प्रात: 12.37, 5 दिसंबर |
4 दिसंबर 2024 अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka ashubh Muhurat)
- यमगण्ड - सुबह 8.17 - सुबह 09.35
- विडाल योग - सुबह 06.59 - शाम 5.15
- गुलिक काल - सुबह 10.53 - दोपहर 12.11
- भद्रा काल - प्रात: 1.02 - सुबह 7.00, 5 दिसंबर
आज का उपाय
बुध ग्रह की कृपा पाने के लिए बुधवार के दिन पूजा में ‘ॐ बुं बुधाय नम:’ अथवा ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ मंत्र का जप करें.
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