Aaj ka Panchang, 4 August Live: श्रीगणेश की कृपा पाने के लिए सावन में बुधवार पूजा को करें ये 5 उपाय, पूर्ण होगी सभी मनोकामनाएं
Aaj ka Panchang, Today 4 August Wednesday Ganesh Puja Live Update: आज बुधवार को इस उत्तम संयोग में गणेश पूजा करने से मिलती है सभी संकटों से छुटकारा. जानें आज का पंचांग, नक्षत्र, शुभ-अशुभ मुहूर्त
LIVE
Background
Aaj ka Panchang, Today 4 August Wednesday Ganesh Puja Live Update: हिंदी पंचांग के अनुसार, आज सावन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि, दिन बुधवार और 4 अगस्त है. आज की एकादशी को कामिका एकादशी कहते हैं. एकादशी तिथि आज दोपहर 03 बजकर 17 मिनट तक उसके उपरांत द्वादश तिथि होगी. एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन कामिका एकादशी का व्रत रखकर भगवान विष्णु की शुभ मुहूर्त में पूजा अर्चना करने से भ्रूण हत्या किये जानें के पाप से मुक्ति मिल जाती है तथा भक्त के सभी मनोरथ पूरे होते हैं.
आज बुधवार का दिन है जो कि भगवान श्री गणेश को समर्पित होता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन श्री गणेश जी की पूजा करने से सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं. इसीलिए इन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. कहा जाता है कि गणेश जी के प्रिय दिन बुधवार को विधि पूर्वक पूजा करने से श्रीगणेश जी अपने भक्तों को शुभ फल प्रदान करते हैं.
आज का पंचांग
- महीना, पक्ष, तिथि और दिन: श्रावण मास, कृष्ण पक्ष, एकादशी तिथि, बुधवार
- आज का दिशाशूल: उत्तर दिशा में.
- आज का राहुकाल: दोपहर12:27 बजे से 14:07 बजे तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
- आज का पर्व एवं त्योहार: कामिका एकादशी व्रत एवं पूजन तथा गणेश जी का व्रत व पूजन
सूर्य और चन्द्रमा के उदय एवं अस्त होने का समय
सूर्योदय और सूर्यास्त: आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 05 बजकर 48 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 07 बजकर 05 मिनट पर होगा.
चंद्रोदय और चंद्रास्त: आज का चंद्रोदय देर रात 01 बजकर 40 मिनट पर होगा. चंद्र के अस्त का समय अगले दिन दोपहर 04 बजकर 082 मिनट पर है.
श्रीगणेश पूजा में करें ये 5 उपाय, पूर्ण होगी सभी मनोकामनाएं
- सावन में बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश को घी, गुड़ का भोग लगाएं
- भगवान श्रीगणेश को लाल सिंदूर का तिलक लगाकर उसे खुद भी लगाएं.
- सावन में बुधवार को भगवान श्री गणेश की पूजा के दौरान उन्हें शमी का पौधा अर्पित करें.
- भगवान गणेश को दूर्वा बहुत प्रिय है. इस लिए उनकी पूजा में दूर्वा घास अवश्य अर्पित करें.
- सावन मास के बुधवार को भगवान गणेश में गीला चावल चढ़ायें.
गणेश पूजा का महत्व
धार्मिक मान्यता है कि श्रीगणेश जी की पूजा करने से शिक्षा में आने वाली समस्त बाधाएं दूर हो जाती हैं. भक्तों के सभी रोग दूर होते हैं, धन से जुड़ी सभी प्रकार की परेशानी समाप्त हो जाती है और धनागमन के नए स्रोत खुल जाते हैं. जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है. मान सम्मान में भी वृद्धि होती है. भगवान गणेश सभी प्रकार के दुखों का नाश भी करते हैं. बुधवार का दिन गणेश पूजा के लिए उत्तम माना गया है.
श्री गणेश जी का पूजन में इन मंत्रों का करें जप
- ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
- ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
- ॐ गं गणपतये नमः
- ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
श्री गणेश जी की सरल पूजा विधि
बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा के लिए प्रात:काल उठकर नित्यक्रम से निवृत होकर स्नान करें, तत्पश्चात पूजा आरंभ करें. पूजा स्थल पर श्री गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर उनका ध्यान लगाएं और पूर्व या उत्तर की तरफ मुख करके बैठकर पूजा प्रारंभ करें. व्रत रखने के लिए विधि पूर्वक व्रत का संकल्प लें. गणेश जी को पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि चढ़ाएं. पूजा में दुर्वा घास का इस्तेमाल जरूर करें. गणेश जी को सूखा सिंदूर का तिलक लगाएं. इसके उपरांत भगवान गणेश जी की आरती करें और गणेश मंत्र का जाप करें.
इस शुभ मुहूर्त में करें श्री गणेश की पूजा
- ब्रह्म मुहूर्त- 5 अगस्त को दिन सुबह 4 बजकर 20 मिनट से 5 बजकर 02 मिनट तक.
- विजय मुहूर्त- आज दोपहर 2 बजकर 43 मिनट से 3 बजकर 35 मिनट तक.
- निशीथ काल- मध्यरात्रि 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक.
- गोधूलि बेला- आज 4 अगस्त को शाम 06 बजकर 56 मिनट से 07 बजकर 20 मिनट तक.
- अमृत काल- 4 अगस्त को शाम 06 बजकर 38 मिनट से 08 बजकर 25 मिनट तक.