Aaj ka Panchang, 5 August Live: आज है गुरु प्रदोष व्रत, करें ये उपाय दूर, होंगे कुंडली के गुरू दोष, जानें पूजन विधि व महत्व
Aaj ka Panchang Today 5 August 2021 Guru Pradosh Vrat Puja Live Update: पंचाग के अनुसार आज सावन मास की कृष्ण द्वादशी तिथि और गुरुवार दिन है. आज गुरु प्रदोष व्रत भी है.
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Background
Aaj ka Panchang Today 5 August 2021 Guru Pradosh Vrat Puja Live Update: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, आज सावन मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि और बृहस्पतिवार तथा तारीख 5 जुलाई है. आज गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति की पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि गुरुवार के दिन देव गुरु बृहस्पति की पूजा करने से कुंडली के दोष समाप्त हो जाते हैं.
सावन मास का पहला प्रदोष व्रत
हिंदी पंचांग के अनुसार, आज सावन मास का पहला प्रदोष व्रत भी है. जब प्रदोष व्रत गुरुवार के दिन होता है, तब उस प्रदोष व्रत को गुरु प्रदोष व्रत कहते हैं. सावन माह और प्रदोष व्रत दोनों भगवान शिव को समर्पित होता है.
हर्षण योग
पंचांग के मुताबिक़, हर्षण योग आज देर रात 01 बजकर 14 मिनट तक है. इस योग में किये गए सभी शुभ कार्य का परिणाम शुभ फलदायी होता है. ऐसे में गुरु पूजा हो या प्रदोष व्रत की पूजा हो, करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि गुरु पूजा से गुर दोष समाप्त हो जाता है.
आज का पंचांग
- महीना, पक्ष, तिथि और दिन: श्रावण मास, कृष्ण पक्ष, द्वादशी तिथि, बृहस्पतिवार
- आज का दिशाशूल: दक्षिण दिशा में.
- आज का राहुकाल: आज 5 जुलाई को दोपहर बाद 1:30 बजे से 3:00 बजे तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
- आज का पर्व एवं त्योहार: सावन गुरु प्रदोष व्रत एवं भगवान शिवजी का पूजन तथा देव गुरु बृहस्पति का पूजन
सूर्य और चन्द्रमा के उदय एवं अस्त होने का समय
सूर्योदय और सूर्यास्त: आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 05 बजकर 45 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 07 बजकर 09 मिनट पर होगा.
चंद्रोदय और चंद्रास्त: आज का चंद्रोदय 6 अगस्त को तड़के 3 बजकर 17 मिनट पर होगा. चंद्र के अस्त का समय उसी दिन शाम 04 बजकर 57 मिनट पर है.
प्रदोष व्रत की सरल पूजन विधि
प्रदोष काल में भगवान शिव का पूजा के समय पूजा स्थल पर गंगा जल छिड़क कर शिव-पार्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. भगवान शिव को जल चढ़ाकर ओम नम: शिवाय का मन ही मन जप करते रहें. पूरे दिन निराहार व्रत रखें. शाम को प्रदोष काल में फिर से स्नान आदि करके भगवान शिव की आराधना करें। उन्हें शमी, बेल पत्र, कनेर, धतूरा, चावल, फूल, धूप, दीप, फल, पान, सुपारी आदि चढ़ाएं. अंत में शिव आरती के बाद प्रसाद बांटें और भोजन ग्रहण करें.
सावन में प्रदोष व्रत का कर सकते हैं आरंभ
जो शिव भक्त प्रदोष व्रत को शुरू करना चाहते हैं उनके लिए व्रत आरंभ करने का सबसे पवित्र व उत्तम महीना सावन का होता है. वे सावन के महीने में पड़ने वाले प्रदोष व्रत से अपना व्रत आरंभ कर सकते हैं.
प्रदोष व्रत के दिन इनकी करें पूजा मिलेगी सुन्दर पत्नी
जिस व्यक्ति की शादी में गतिरोध बना हुआ है और वह इस गतिरोध को दूर कर सुंदर पत्नी प्राप्त करना चाहता है, तो उसे त्रयोदशी तिथि अर्थात प्रदोष व्रत के दिन कामदेव की पूजा करनी चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से सुंदर पत्नी की प्राप्ति होती है और वैवाहिक जीवन में प्रेम और माधुर्य बना रहता है.
प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय दूर होंगे गुरुदोष
- प्रदोष व्रत में फलाहार रखना चाहिए. इस दिन के व्रत में चावल और नमक का सेवन वर्जित होता है. मान्यता है कि इस व्रत के नियम का पालन करने से कुंडली में गुरु दोष समाप्त होते हैं.
- गुरू प्रदोष व्रत में व्यक्ति को किसी जरूरत मंद गरीब ब्राह्मण को हल्दी, चना, गुड़ या पीले वस्त्र का दान करने चाहिए.
- गुरु प्रदोष व्रत के दिन लोगों को हरी मूंग का सेवन करना चाहिए. हरी मूंग मस्तिष्क और मंदाग्नि को शांत करता है.
प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय दूर होंगे गुरुदोष
- प्रदोष व्रत में फलाहार रखना चाहिए. इस दिन के व्रत में चावल और नमक का सेवन वर्जित होता है. मान्यता है कि इस व्रत के नियम का पालन करने से कुंडली में गुरु दोष समाप्त होते हैं.
- गुरू प्रदोष व्रत में व्यक्ति को किसी जरूरत मंद गरीब ब्राह्मण को हल्दी, चना, गुड़ या पीले वस्त्र का दान करने चाहिए.
- गुरु प्रदोष व्रत के दिन लोगों को हरी मूंग का सेवन करना चाहिए. हरी मूंग मस्तिष्क और मंदाग्नि को शांत करता है.