Aaj ka Panchang 12 October Maha Saptami Puja LIVE: आज मां कालरात्रि की करें आरती व कवच का पाठ, भानु चक्र होगा जाग्रत
Aaj ka Panchang Today 12 October Maha Saptami Puja Live updates: आज नवरात्रि का 7वां दिन है. इस दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. जानें मुहूर्त, राहुकाल व आज का पंचांग
नवरात्रि की सप्तमी तिथि को मां कालरात्रि का पूजन (Maa Kalratri Pujan) किया जाता है. मान्यता है कि मां कालरात्रि की पूजा से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है.ये दैत्यों, भूत-प्रेत आदि का नाश करती हैं. साथ ही भक्तों को शुभफल देती हैं. इसी कारण से ही मां को शुभंकरी कहा जाता है. भक्तों के सभी तरह के भय और दुख भी दूर करती हैं. पूजन के दौरान मां कालरात्रि को रातरानी के फूल और गुड़ जरूर अर्पित करें. वे भक्तों के सभी तरह के भय और दुख भी दूर करती हैं.
मां कालरात्रि के चार हाथ हैं. उनके एक हाथ में खड्ग (तलवार), दूसरे लौह शस्त्र, तीसरे हाथ में वरमुद्रा और चौथा हाथ अभय मुद्रा में हैं. मां कालरात्रि का वाहन गर्दभ है.
शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि के पूजन के दौरान मां के कवच और आरती का भी पाठ जरूर करें. कहा जाता है कि ऐसा करने से भक्तों का भानु चक्र जाग्रत होता है. यही नहीं मां की कृपा अग्नि, जल, आकाश, भूत-पिशाच, भय तथा प्रेतबाधा आदि सभी समाप्त हो जते हैं.
- कालरात्रि जय-जय-महाकाली। काल के मुह से बचाने वाली॥
- दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा। महाचंडी तेरा अवतार॥
- पृथ्वी और आकाश पे सारा। महाकाली है तेरा पसारा॥
- खडग खप्पर रखने वाली। दुष्टों का लहू चखने वाली॥
- कलकत्ता स्थान तुम्हारा। सब जगह देखूं तेरा नजारा॥
- सभी देवता सब नर-नारी। गावें स्तुति सभी तुम्हारी॥
- रक्तदंता और अन्नपूर्णा। कृपा करे तो कोई भी दुःख ना॥
- ना कोई चिंता रहे बीमारी। ना कोई गम ना संकट भारी॥
- उस पर कभी कष्ट ना आवें। महाकाली मां जिसे बचावे॥
- तू भी भक्त प्रेम से कह। कालरात्रि मां तेरी जय॥
मां कालरात्रि को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा करते समय इन मंत्रों में से किसी एक का जाप जरूर करें.
- ॐ कालरात्र्यै नम:
- ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै ऊं कालरात्रि दैव्ये नम:
- ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ
- ॐ यदि चापि वरो देयस्त्वयास्माकं महेश्वरि।। संस्मृता संस्मृता त्वं नो हिंसेथाः परमाऽऽपदः ॐ।
- ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा।
- ॐ ऐं सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या अखिलेश्वरी। एवमेव त्वथा कार्यस्मद् वैरिविनाशनम् नमो सें ऐं ॐ।।
- अभिजीत मुहूर्त: आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को दोपहर 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक.
- विजय मुहूर्त- आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को दोपहर 02 बजकर 03 मिनट से 02 बजकर 49 मिनट तक.
- निशीथ काल- आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार की मध्यरात्रि 11:43 से 12:32 बजे तक.
- गोधूलि बेला- आज 12 अक्टूबर की शाम 05:43 से 06 : 07 बजे तक
- अमृत काल- आज 13 अक्टूबर की सुबह 05 बजकर 45 मिनट से 07 बजकर 16 मिनट तक.
- रवि योग- आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को सुबह 06 बजकर 20 मिनट से 11 बजकर 27 मिनट तक.
- राहुकाल- आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को दोपहर 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक
- यमगंड- आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक
- गुलिक काल- आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक.
- दुर्मुहूर्त काल- आज मंगलवार को सुबह 08:39 से 09:25 मिनट तक, इसके बाद रात्रि 10 बजकर 53 मिनट से 11 बजकर 43 मिनट तक.
- भद्रा काल- आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को रात्रि 09 बजकर 47 मिनट से 13 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 21 मिनट तक.
- मास, पक्ष, तिथि, दिन: आश्विन मास, शुक्ल पक्ष, सप्तमी तिथि, मंगलवार
- आज का राहुकाल: आज 12 अक्टूबर को दोपहर बाद 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक {राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है}
- आज का दिशाशूल: उत्तर दिशा में
- आज का विशेष: कालरात्रि पूजा, नवरात्रि व्रत, मंगलवार व्रत, हनुमान पूजा .
- सूर्योदय और सूर्यास्त: आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को सूर्योदय प्रात:काल 6 बजकर 24 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 5:50 पर होगा.
- चंद्रोदय और चंद्रास्त: आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को चंद्रोदय दोपहर बाद 12 बजकर 36 मिनट पर हुआ. वहीं चंद्र के अस्त का समय 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को रात 10 बजकर 55 मिनट पर होगा.
बैकग्राउंड
Aaj ka Panchang Today 12 October Maha Saptami Puja Live updates: हिंदू पंचांग के अनुसार आज आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है. सप्तमी तिथि आज 12 अक्टूबर दिन मंगलवार को रात 09 बजकर 47 मिनट तक रहेगी. तदोपरांत अष्टमी तिथि लग जाएगी. आज शारदीय नवरात्रि 2021 की महा सप्तमी मनाई जा रही है. इस दिन मां दुर्गा के 7वें स्वरूप कालरात्रि की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि मां कलिरात्रि की विधि विधान पूर्वक पूजा करने से मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इनकी कृपा से भक्त के सारे दोष व संताप नष्ट हो जाते हैं. अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है.
मां कालरात्रि का रंग कृष्ण वर्ण का है. रंग के कारण ही इन्हें कालरात्रि कहा जाता है. मां कालरात्रि की 4 भुजाएं होती हैं. माना जाता है कि मां कालरात्रि ने असुरों के राजा रक्तबीज का संहार किया था. धार्मिक मान्यता है कि जो भक्त मां की सच्चे मन से पूजा करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं.
आज मंगलवार है. मंगलवार का दिन प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त भगवान हनुमान जी की पूजा की जाती है. हनुमान जी बहुत ही जल्द प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते हैं. ये अपने भक्तों के संकट बहुत जल्द दूर कर देता हैं. इसलिए इन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है.
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