Aaj ka Panchang, 13 August Nag Panchami Live: सिर्फ नाग पंचमी पर ही खुलता है यह मंदिर, करें दर्शन पूरी होगी सभी मनोकामनाएं
Aaj ka Panchang Today 13 August 2021 Nag Panchami Live updates: आज नाग पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है. इस दिन नाग देवता का पूजन एवं संरक्षण किया जाता है. आइये जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त, पूजा विधि,महत्व
मध्य प्रदेश के उज्जैन (Ujjain) में स्थिति प्रसिद्ध नागचंद्रेश्वर मंदिर का पट केवल नाग पंचमी के दिन ही खुलता है. चूंकि आज 13 अगस्त को नाग पंचमी मनाई जा रही है. इस लिए उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर का पट खोल दिया गया है. इस मंदिर का अपना अलग महत्व है. भक्त इस दिन भगवान नागचंद्रेश्वर का दर्शन जरूर करना चाहते हैं. ये मंदिर साल में सिर्फ एक दिन के लिए यानी 24 घंटे के लिए खुलता है. धार्मिक मान्यता है कि भगवान नागचंद्रेश्वर का दर्शन करने भक्तोंकी सभी समस्याओं का निदान मिल जाता है. इस लिए हर भक्त इनका दर्शन जरूर करना चाहते हैं.
नाग पंचमी, कालसर्प दोष, पितृ दोष और राहु- केतु के कुप्रभाव से मुक्ति पाने के उपाय किये जाने के लिए उत्तम होता है. कालसर्प दोष दूर करने के लिए सावन में नाग पंचमी के नाग देवता के साथ भगवान शिव की पूजा और रूद्राभिषेक करना चाहिए. नाग पंचमी की पूजा से अर्थात इस दिन नाग देवता की पूजा अर्चना से किसी भी तरह के कालसर्प दोष से छुटकारा मिल जाता है. इस दिन नाग देवता की पूजा पूरे विधि-विधान से करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है. परिवार की हमेशा उन्नति होती रहती है.
- हिंदू धर्म शास्त्रों में, सावन मास में महादेव का रुद्राभिषेक, कालसर्प दोष से मुक्ति का प्रभावी उपाय माना गया है.
- कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए चांदी से निर्मित नाग-नागिन का जोड़ा किसी नदी या बहते जल में प्रवाहित करें. अवश्य लाभ होगा.
- आज नाग पंचमी के दिन किसी शिव मंदिर में शिवलिंग पर गाय का दूध और मिश्री चढ़ाएं. इसके उपरान्त शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें. कालसर्प दोष से मुक्ति मिलेगी.
यदि आप पर कालसर्प दोष है तो इसकी शांति के लिए आज का दिन अति उत्तम है. आज नाग गायत्री मंत्र: 'ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात्.' का जाप करें तथा नाग देवता की विधि –विधान से पूजा करें. मान्यता है कि यह मंत्र कालसर्प दोष निवराण के लिए अति प्रभावी है. इसके अलावा आप 'ॐ नमः शिवाय' और 'ॐ नागदेवताय नम:' मंत्र का जाप कर सकते हैं. ध्यान रहे कि इन सभी मन्त्रों का रुद्राक्ष माला से 108 बार जप करना चाहिए.
- पंचमी तिथि प्रारम्भ: 12 अगस्त 12 को दोपहर बाद 03:24 बजे से
- पंचमी तिथि समाप्त: 13 अगस्त 2021 को दोपहर बाद 01:42 बजे तक
- नाग पंचमी पूजा मूहूर्त: प्रातः काल 05:49 बजे से 08:28 बजे तक
- पूजा की अवधि - 02 घण्टे 39 मिनट
नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. परंतु इस दिन जीवित नाग की पूजा करने से बचना चाहिए. पूजा के लिए नाग के चित्र, आकृति या आटा, मिट्टी से बनें नाग का उपयोग करें. अगर घर के पास कोई नाग देवता का मंदिर नहीं है तो आप शिवलिंग के ऊपर बने नाग की भी पूजा करना उत्तम माना गया है. कालसर्प दोष निवारण की पूजा की विधि-विधान से करने पर व्यक्ति को सर्प दोष, पितृ दोष और काल सर्पदोष से मुक्ति मिल सकती है.
- ब्रह्म मुहूर्त: आज 13 अगस्त को प्रातः काल 04बजकर 23 मिनट से 5 बजकर 6 मिनट तक
- रवि योग: आज शुक्रवार को प्रात: 08 बजे से सुबह 5 बजकर 50 मिनट तक
- अमृत काल: 13 अगस्त को मध्य रात्रि 12 बजकर 49 मिनट से 2 बजकर 21 मिनट तक
- अभिजित मुहूर्त: आज 13 अगस्त 2021 को दिन में 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक.
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 47 मिनट से दोपहर 03 बजकर 39 मिनट तक.
आज सावन शुक्ल की पंचमी तिथि और शुक्रवार का दिन है. आज नाग पंचमी के दिन नाग देवता का पूजन किया जाता है. चूंकि सावन का महीना चल रहा है. यह मास भगवान शंकर को समर्पित होता है. इसके अलावा आज का दिन माता लक्ष्मी को भी समर्पित होता है. शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा से घर-परिवार में सुख-शांति व समृद्धि बनी रहती है.
बैकग्राउंड
Aaj ka Panchang today 13 August 2021 Nag Panchami Live updates: हिंदी पंचांग के अनुसार, आज सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है. आज 13 अगस्त, दिन शुक्रवार है. पंचमी तिथि आज अपराह्न 01 बजकर 43 मिनट तक रहेगी. उसके उपरांत षष्ठी तिथि शुरू होगी. सावन शुक्ल पंचमी को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता का पूजन किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन नाग देवता के पूजन से घर परिवार की विपदा समाप्त हो जाती है. काल सर्प दोष से मुक्ति और राहु-केतु के दुष्प्रभाव से निजात मिल जाता है.
आज भगवान कल्कि की जयंती भी मनाई जा रही है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, कलयुग के अंत में भगवान विष्णु कल्कि के रूप में अपना अंतिम अवतार लेंगे. इस अवतार में भगवान विष्णु कल्कि के रूप में सावन के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को जन्म लेंगे. इसी उपलक्ष्य में आज 13 अगस्त दिन शुक्रवार को कल्कि जयंती भी मनाई जाएगी. धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु का यह कल्कि अवतार कलयुग में फैले द्वेष का पूर्ण विनाश करके धर्म का निर्माण करने के लिए लेंगे.
आज का पंचांग
- आज का मास, पक्ष, तिथि व दिन: श्रावण मास, शुक्ल पक्ष, पंचमी तिथि व शुक्रवार
- आज का राहुकाल: 13 अगस्त को सुबह 10:30 बजे से 12:00 बजे तक.
- आज का पर्व एवं त्योहार: नाग पंचमी का पर्व, श्री कल्कि जयंती व पूजन
सूर्य और चन्द्रमा के उदय एवं अस्त होने का समय
सूर्योदय और सूर्यास्त: आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 05 बजकर 53 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 06 बजकर 59 मिनट पर होगा.
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