Aaj ka Panchang, 14 August Live: सावन का तीसरा शनिवार आज, इस राशि वाले करें ये उपाय, पूरी होंगी हर मुरादें
Aaj ka Panchang today 14 August 2021 Saturday Live updates: आज सावन का तीसरा शनिवार है. शनिदेव की कुदृष्टि से बचने के लिए शनिदेव की पूजा सबसे उत्तम होती है. आइये जानें राहुकाल, दिशाशूल व आज का पंचांग
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Aaj ka Panchang Today 14 August 2021 Saturday Live updates: हिंदी पंचांग के अनुसार, आज सावन के महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है. आज 14 अगस्त दिन शनिवार है. सूर्य कर्क राशि में और चन्द्रमा तुला राशि में संचरण करेंगे.
शनिवार का दिन दण्ड और न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन सबसे उत्तम माना जाता है. वहीं यह सावन का महीना चल रहा है. यह मास भगवान शिव की पूजा-उपासना के लिए सबसे उत्तम होता है. इस लिए आज शनि देव की कुदृष्टि का प्रभाव कम करने व उनको प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम समय है. भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से शनि की महादशा खत्म होती. इसके साथ ही भगवान शिव और शनिदेव दोनों प्रसन्न होते हैं.
आज का पंचांग
- आज का मास, पक्ष, तिथि व दिन: श्रावण मास, शुक्ल पक्ष, षष्ठी तिथि व शनिवार
- आज का दिशाशूल: पश्चिम दिशा में
- आज का राहुकाल: 14 अगस्त को 10:55 बजे से 12:31 बजे तक.
- आज का पर्व एवं त्योहार: षष्ठी तिथि, शनिदेव व भगवान शिव की पूजा
सूर्य और चन्द्रमा के उदय एवं अस्त होने का समय
सूर्योदय और सूर्यास्त: आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 06बजकर 06 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 06 बजकर 56 मिनट पर होगा.
चंद्रोदय और चंद्रास्त: आज का चंद्रोदय सुबह 11 बजकर 21 मिनट पर हुआ है. चंद्र के अस्त का समय आज इसी दिन रात को 11 बजकर 5 मिनट पर है.
काली वस्तुओं का उपयोग
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए लोगों को शनिवार के दिन खाने में काले नमक और काली मिर्च का इस्तेमाल करना चाहिए. जरूरतमंद गरीब व्यक्ति को शनिवार के दिन भोजन कराना चाहिए तथा काले या नीले रंग के कपड़ों का दान करना चाहिए.
सरसों के तेल के उपाय
यदि आप शनि की महादशा से परेशान हैं, तो शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और गरीब जरूरतमंद लोगों को सरसों के तेल का दान करें. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा भक्तों पर बरसाते हैं.
रुद्राक्ष की माला से करें जाप
शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए लोगों को सावन के शनिवार के दिन भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र का जाप करें. या फिर सावन शनिवार को भगवान शंकर के मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और रुद्राक्ष की माला से शनि देव के मंत्र का जाप करें. ध्यान रहे मन्त्रों का जाप रुद्राक्ष की माला से ही करें.
काली की सेवा करें
शनि देव के दुष्प्रभावों से बचने के लिए सबसे आसान उपाय है काली गाय की सेवा करना है. जो व्यक्ति शनि की महादशा से परेशान है . तो उसे हर शनिवार के दिन काली गाय को रोटी खिलानी चाहिए तथा उसकी सींग पर गौली बांध कर तिलक लगाना चाहिए.
शनि देव ऐसे बने दण्ड और न्याय के देवता
पौराणिक कथा के अनुसार शनि देव ने अपने पिता सूर्य देव से नाराज होकर भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी. शनि देव की इस तपस्या से प्रसन्न होकर शंकर जी ने उन्हें दण्डाधिकारी का पद प्रदान किया. तभी से शनि देव हर व्यक्ति को उसके कर्मों का फल प्रदान करते हैं. मान्यता है कि वे व्यक्ति को उनके गलत कार्यों के आधार पर कठोर दण्ड प्रदान करते हैं.