Aaj ka Panchang, 16 August Sawan Somwar Live: सावन के आखिरी सोमवार पर इस राशि वाले जरूर कर लें ये उपाय, नहीं होगा पछतावा
Aaj ka Panchang Today 16 August 2021 Sawan Somwar Live updates: सावन का चौथा व आखिरी सोमवार आज है. भगवान शिव की पूजा इस शुभ मुहूर्त में करना उत्तम होगा. आइये जानें पूजा विधि, राहुकाल, दिशाशूल व महत्व
पंचांग के अनुसार, आज सावन का चौथा व अंतिम सोमवार है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह बहुत खास है, क्योंकि इस दिन कुछ अद्भुत संयोग बन रहे हैं. ज्योतिष के मुताबिक़, आज के दिन अनुराधा नक्षत्र, ब्रह्मयोग, यायिजय योग, सर्वार्थ सिद्धि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. इन संयोग में सावन के आखिरी सोमवार का व्रत रखने और पूजा उपासना करने से सभी अनुष्ठान सिद्धि होते हैं.
मौजूदा समय में मकर, कुंभ, धनु, मिथुन और तुला राशि वाले शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से प्रभावित हैं. ऐसी दशा में इन राशि के जातकों को आज सावन के अंतिम सोमवार को ये उपाय जरूर करना चाहिए. इससे शनि दोष से मुक्ति मिलेगी.
- शिवलिंग पर जल अर्पित करें। शिवलिंग पर जल अर्पित करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं
- शिवलिंग पर दूध अर्पित करना शुभ माना जाता है.
- लिंगाष्टकम स्तोत्र का पाठ करें.
- शिवलिंग का रुद्राभिषेक करें.
प्रातः काल जल्दी उठकर स्नान आदि करके साफ वस्त्र धारण करें. उसके बाद घर के पूजा स्थल पर जाकर पूजा का संकल्प लें. पूजा स्थल पर बैठकर घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें. भगवान शिव के साथ वहां रखी सभी देवी देवताओं की मूतियों का गंगाजल से जलाभिषेक करें. भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, धतूरा, पुष्प आदि अर्पित करें. शिवलिंग में दूध चढ़ाएं. भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं. पूजा के बाद प्रसाद वितरण करें
आज सावन का अंतिम सोमवार है. इस दिन भोलेशंकर की विधि-विधान से पूजा के लिए पुष्प, रत्न, सोना, चांदी, जौ की बालें, पंच फल पंच मेवा, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, पंच रस, इत्र, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, धतूरा, भांग, बेर, तुलसी दल, मंदार पुष्प, आम्र मंजरी, गाय का कच्चा दूध, कपूर, धूप, दीप, रूई, ईख का रस, मलयागिरी, चंदन, शिव व माता पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि की जरूरत होती है. .
- आज का मास, पक्ष, तिथि व दिन: श्रावण मास, शुक्ल पक्ष, अष्टमी तिथि व रविवार
- आज का दिशाशूल: पूर्व दिशा में
- आज का राहुकाल: 15 अगस्त को 5:22 पीएम से 07:00 पीएम तक
- आज का पर्व एवं त्योहार: अष्टमी तिथि, मासिक दुर्गाष्टमी व्रत, सूर्य देव की पूजा
- सूर्योदय और सूर्यास्त: आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 5 बजकर 55 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 06 बजकर 55 मिनट पर होगा.
- चंद्रोदय और चंद्रास्त: आज का चंद्रोदय दोपहर बाद 1 बजकर 32 मिनट पर हुआ है. चंद्र के अस्त का समय 17 अगस्त को 12:18 एएम पर है.
- आज का राहुकाल- 16 अगस्त को सुबह 7: 30 बजे से00 बजे तक.
- गुलिक काल- आज 16 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक.
- दुर्मुहूर्त- आज दोपहर में 12: 51 बजे से 1 बजकर 44 मिनट तक उसके बाद दोपहर 3 बजकर 29 मिनट से 4 बजकर 22 मिनट तक.
- यमगंड- सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक
बैकग्राउंड
Aaj ka Panchang Today 16 August 2021 Sawan Somwar Live updates: हिंदू पंचांग के अनुसार, आज सावन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है. यह नवमी तिथि आज 16 अगस्त को सुबह 07 बजकर 45 मिनट से शुरू होकर अगले दिन सुबह 05 बजकर 35 मिनट तक रहेगी. इसके उपरांत दशमी तिथि होगी. आज सावन का अंतिम सोमवार व 16 अगस्त 2021 है.
सावन मास का प्रारंभ 25 जुलाई को हुआ था और 22 अगस्त को समाप्त हो रहा है. आज शिव भक्तों के लिए सावन का आखिरी सोमवार होने के नाते बहुत ही महत्वपूर्ण दिन हैं. आज भगवान शिव की पूजा व शिवलिंग का अभिषेक व रुद्राभिषेक शुभ मुहूर्त में ही करें.
सावन के सोमवार पर महादेव की विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने पर सभी तरह के दोषों से मुक्ति हो जाती है. सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए भी भगवान शंकर की अराधना उत्तम होती है. भगवान शंकर की कृपा से शनि दोषों से मुक्ति मिल जाती है और जीवन आनंद से भर जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में भगवान शंकर धरती में ही रहते हैं.
शिव पूजा के लिए आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त- आज 16 अगस्त को सुबह 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 51 मिनट तक.
- विजय मुहूर्त- आज 16 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 37 मिनट से 3 बजकर 29 मिनट तक.
- ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 4:24 बजे से 5: 07 बजे तक.
- अमृत काल- शाम को 5:15 बजे से 6:45 बजे तक.
- निशीथ काल- मध्यरात्रि 12 बजकर 4 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक
- रवि योग- 17 अगस्त को सुबह 5 बजकर 51 मिनट से 1:32 बजे तक.
- सर्वार्थ सिद्धि योग- 17 अगस्त को सुबह 5:51 बजे से 1:32 बजे तक.
- गोधूलि बेला- शाम 6 बजकर 46 मिनट से 7 बजकर 10 मिनट तक.
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