Aaj ka Panchang 22 September Ashunya Shayan Vrat Live: आज अशून्य शयन व्रत, करें ये उपाय, पूर्ण होगी कामना, जीवनसाथी नहीं होगा दूर
Aaj ka Panchang Today 22 September 2021 Ashunya Shayan Vrat Live Updates: आज अशून्य शयन द्वितीया व्रत है. इस व्रत में माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है.
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Aaj ka Panchang Today 22 September 2021 Ashunya Shayan Vrat Live Updates: हिंदी पंचांग के अनुसार, आज आश्विन मास कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है. आज 22 सितंबर 2021 दिन बुधवार है. पंचांग के अनुसार, द्वितीया तिथि का प्रारंभ आज 22 सितंबर को प्रातःकाल 05:52 AM बजे से 23 सितंबर को सुबह 06:54 AM बजे तक रहेगी. इसके बाद तृतीया तिथि शुरू होगी.
आश्विन मास कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को अशून्य शयन द्वितीया व्रत रखा जाता है. इस व्रत में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इसमें पति व्रत रखते हुए पत्नी के दीर्घायु होने की कामना की पूर्ति के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं. इससे प्रसन्न होकर मां लक्ष्मी भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं. उनकी कृपा से दांपत्य जीवन सुखी और खुशहाल रहता है. पति –पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है. घर की नकारात्मकता दूर हो जाती है.
आज पितृ पक्ष की द्वितीया श्राद्ध है. लोग अपने पितरों की तृप्ति के लिए उन्हें तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करते हैं.
आज बुधवार भी है. बुधवार का दिन भगवान श्री गणेश का होता है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है. इससे वे प्रसन्न होकर भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं. उनकी कृपा से भक्तों के सारे संकट दूर होते हैं.
सूर्य और चन्द्रमा के उदय एवं अस्त होने का समय
- सूर्योदय और सूर्यास्त: आज 22 सितंबर बुधवार को सूर्योदय प्रात:काल 6 बजकर 13 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 06 बजकर 14 मिनट पर होगा.
- चंद्रोदय और चंद्रास्त: आज बुधवार के दिन का चंद्रोदय शाम 7 बजकर 19 मिनट पर होगा. वहीं चंद्र के अस्त का समय कल 23 सितंबर को सुबह 08 बजकर 3 मिनट पर है.
आज करें ये उपाय, बच्चों का पढाई में लगेगा ध्यान
आज घर में खीर, पुड़ी और सब्जी बनाकर मंदिर के किसी पुजारी को दान में दें. मान्यता है कि ऐसा करने से उनके बच्चों की पढ़ाई अच्छी होती है और उनका करियर अच्छा बनता है.
इन मन्त्रों का करें जाप
अशून्य शयन व्रत पूजा में धूप दीप दिखाकर इन मंत्र का जाप करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं. जाप करने के बाद पूजा करें और पूजन के बाद विष्णु और लक्ष्मी को शयन करवा दें.
- ॐ विष्णुदेवाय नमः
- ॐ महालक्ष्मयै नमः
ऐसे करें अशून्य शयन व्रत पूजा धन होगा दोगुना
- अशून्य शयन व्रत को दिन भर मौन धारण करें.
- दिनभर उपवास रखें.यदि ऐसा संभव न हो तो सिर्फ फलाहार करें.
- शाम को स्नान करके भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करें और इनको लड्डू और केले का भोग लगाएं.
- शाम को चंद्रोदय के समय चांद का दर्शन करें और उन्हें दही, मिठाई आदि का अर्घ्य दें.
इन पांच महीनों में होती है अशून्य शयन व्रत की पूजा
आज आश्विन मास की कृष्ण द्वितीया तिथि है. इस दिन अशून्य शयन व्रत की पूजा की जाती है. यह पूजा साल के केवल 5 महीनों में ही होती है. ये 5 महीनें है-सावन भादों आश्विन कार्तिक और अगहन. आज पितृ पक्ष की द्वितीया तिथि है, इस दिन लोग द्वितीया की श्राद्ध करते हैं. तथ पितरों को तर्पण करते हैं.
अशून्य शयन व्रत का महत्व
धार्मिक अम्न्यता है कि इस व्रत को करने से पत्नी दीर्घायु होती है. दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है तथा दांपत्य जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं. जीवन साथ का सहयोग हमेशा बना रहता है. वैवाहिक जीवन से नकारात्मकता दूर होती है. पति और पत्नी के बीच आपसी प्रेम बढ़ता है.