Aaj ka Panchang 30 September Matri Navami: मातृ नवमी आज, मातृ दोष से मुक्ति के लिए करें ये उपाय
Aaj ka Panchang 30 September Matri Navami updates: आज पितृ पक्ष की नवमी तिथि की श्राद्ध है. इस तिथि के दिन माताओं और सुहागिन महिलाओं के लिए श्राद्ध करने का विधान है.
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Aaj ka Panchang 30 September Matri Navami updates: हिंदी पंचांग के अनुसार, आज आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है. इसे मातृ नवमी भी कहते हैं. नवमी तिथि का प्रारंभ 28 सितंबर 2021 दिन बुधवार को रात 8: 29 बजे से शुरू हुई है और नवमी तिथि आज 30 सितंबर को रात्रि 10 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में मातृ नवमी का श्राद्ध कर्म आज 30 सितंबर को की जाएगी.
आज पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बना रहेगा. आज इस सर्वार्थ सिद्धि योग में मातृ नवमी के दिन मातृ पक्ष के पितरों का श्राद्ध किया जायेगा. जो बहुत ही शुभ होगा. इस तिथि को माता, दादी और नानी को यद् करते हुए उनकी आत्मा की तृप्ति के विधि विधान से श्राद्ध किया जाता है. मातृ नवमी को श्राद्ध करने से व्यक्ति मातृ ऋण से मुक्त होता है.
इसके अलावा आज नवमी श्राद्ध भी है, जिन लोगों के पितरों का निधन नवमी तिथि को हुआ था वे लोग आज नवमी तिथि के दिन उनका श्राद्ध करेंगे.
जो महिलायें जितिया का व्रत रखीं थी वे आज जितिया व्रत का पारण करेंगी. उन्हें दोपहर के पहले स्नान आदि करके विधि पूर्वक पूजा आरती करें. उसके बाद व्रत का परं करें. व्रत का परं सूर्योदय के बाद और दोपहर के पहले कर लें.
आज गुरुवार के दिन आपको भगवान विष्णु और देव गुरु बृहपति की आराधना करनी चाहिए. इससे कुंडली में गुरु को सबल होते हैं.
कब होता है कुंडली में मातृऋण?
चतुर्थ भाव, चन्द्रमा और शुक्र मुख्य रूप से माता और उसके सम्बन्ध के बारे में बताते हैं. अगर कुंडली में राहु का सम्बन्ध चतुर्थ भाव चन्द्रमा या शुक्र से हो तो समझना चाहिए कि कुंडली में मातृ ऋण है. हाथों का कठोर होना और हथेलियों का काला होना भी मातृ ऋण के होने का लक्ष्ण है.
कुंडली में है मातृऋण तो आज मातृनवमी पर करें ये उपाय
मातृ नवमी के दिन किसी सौभाग्यवती महिला को बोजन कराएं और उसे संपूर्ण श्रृंगार की सामग्री दान में दें. इसमें लाल रंग की साड़ी, सिंदूर, बिंदी और चूड़ियां जरूर होनी चाहिए. इसके साथ भोजन में उरद की बनी हुई वस्तुएं जरूर शामिल करें. मान्यता है कि इससे माताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. उनके आशीर्वाद से कुंडली में व्याप्त मातृ ऋण से मुक्ति मिलती है.
नवमी श्राद्ध से पूरे होते हैं मनोरथ
पितृ पक्ष में मातृ नवमी (Matri Navami 2021) के दिन घर की उन सभी महिलाओं की पूजा की जाती है और उनके नाम से श्राद्ध भी किया जाता है, जिनका निधन हो चुका है. धार्मिक मान्यता है कि मातृ नवमी श्राद्ध करने से माताओं का आशीर्वाद मिलता है. इससे श्राद्ध करने वाले व्यक्ति के सभी मनोरथ पूरे होते हैं. इस श्राद्ध को सौभाग्यवती श्राद्ध भी कहा जाता है.
आज के अशुभ मुहूर्त {Aaj Ka Panchang}
- आज का राहूकाल – आज 30 सितंबर को दोपहर बाद 1:39 PM – 3:07 PM तक
- यम गण्ड – आज गुरुवार को सुबह 6:17 AM – 7:45 AM तक
- कुलिक – आज 30 सितंबर को सुबह 9:14 AM – 10:42 AM बजे तक
- दुर्मुहूर्त – आज 30 सितंबर को सुबह 10:13 AM – 11:00 AM तक उसके बाद दोपहर बाद 02:55 PM – 03:43 PM तक
- वर्ज्यम – आज गुरूवार को 10:01 AM – 11:43 AM तक
आज का शुभ समय {Aaj Ka Panchang}
- सर्वार्थ सिद्धि योग: आज पूरे दिन यह योग बना हुआ है
- अभिजित मुहूर्त: आज दिन में 11 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक
- अमृत सिद्धि योग: आज देर रात 01 बजकर 33 मिनट से अगले दिन प्रात: 06 बजकर 14 मिनट तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 10 मिनट से दोपहर 02 बजकर 58 मिनट तक
- गुरु पुष्य योग: आज देर रात 01 बजकर 33 मिनट से अगले दिन प्रात: 06 बजकर 14 मिनट तक
- अमृत काल: आज रात 10 बजकर 57 मिनट से देर रात 12 बजकर 41 मिनट तक