Aaj ka Panchang 4 October Som Pradosh Vrat : सोम प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय, सभी बाधाएं होगी दूर

Aaj ka Panchang Today 4 October 2021 Som Pradosh Vrat Updates: आज आश्विन मास कृष्ण त्रयोदशी तिथि, सोम प्रदोष व्रत एवं मासिक शिवरात्रि है जोकि शिव पूजा के लिए उत्तम है.

एबीपी न्यूज Last Updated: 04 Oct 2021 03:25 PM
सोम प्रदोष व्रत का महत्व (Som Pradosh Vrat Importance)

धार्मिक मान्यता है कि सोम प्रदोष के दिन चंद्रमा की पूजा करना विशेष फलदायी होती है. चंद्रमा की पूजा करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है. इससे मानसिक शांति बनी रहती है किसी प्रकार का तानव नहीं रहता. सोम प्रदोष के दिन व्रत रखने और भोलेनाथ की विधि पूर्वक उपासना करने से मन में नकारात्मक विचार नहीं आते हैं.


ध्यान रहे कि प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में ही की जाती है. इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ्य और दीर्घ आयु प्राप्त होती है. इस दिन पूजा पाठ करने से सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है.

उत्तर-पूर्व दिशा में बेल का पेड़ लगाएं

यदि आप आर्थिक समस्या से जूझ रहें हैं और उसे दूर करना चाह हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन उत्तर और पूर्व में बेल का पेड़ जरूर लगाएं. कहा जाता है कि इस दिशा में बेल का पेड़ लगाने से पैसों की समस्या दूर हो जाती है. इसके साथ ही इस पेड़ पर प्रति दिन घी का दीपक जलाएं और पानी दें. इससे मनोकामना पूरी होने की भी मान्यता है.  

प्रदोष व्रत पर गुलाब के फूल का ये उपाय करने से रिश्तों में आती है मिठास

प्रदोष व्रत का दिन भगवन्न शिव को समर्पित होता है. मान्यता है कि अगर इस दिन गुलाब के फूल का ये उपाय कर लिए जाएं तो शिव शंकर आपकी सभी समस्याओं को दूर करते हैं. आज प्रदोष व्रत के दिन 27 गुलाब के फूल और चंदन के इत्र के साथ पति-पत्नी शाम को ऊं नम: शिवाय कहकर दोनों चीजें अर्पित करें. ऐसा करने से जीवन में आ रही सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी और रिश्ते में मिठास बनी रहेगी.

आज आरती से सभी कष्ट होगें दूर

भगवान के प्रिय प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) और मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) आज एक ही दिन पड़ रही है. तथा सोमवार का दिन भगवान भोलेशंकर का होता है. मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा, व्रत और आरती (Shiv Puja, Vrat and Aarti) से भगवान भोले नाथ बहुत जल्द प्रसन्न हिते हैं और भक्तों के सभी कष्ट दूर करते हैं.. मान्यता है कि देवों के देव महादेव की पूजा अर्चना से भक्तों की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं.

इस विशिष्ट संयोग में करें सोम प्रदोष व्रत की पूजा

आज सोम प्रदोष व्रत के दिन कई विशिष्ट संयोग का निर्माण हुआ है. जिसकी वजह से आज का सोम प्रदोष व्रत बहुत ही शुभ बन गया है. सोमवार का दिन और प्रदोष व्रत दोनों भगवान शिव को समर्पित होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा (Bhagwan Shiv Puja) से शुभ फल प्राप्त होने की मान्यता है. आज ही मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) भी है. यह भी शिव उपासना करने एवं उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए उत्तम होता है.

आज के अशुभ मुहूर्त

  • राहुकाल- सुबह 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक.

  • यमगंड- दोपहर 12 बजे 01 बजकर 30 मिनट तक.

  • गुलिक काल- दोपहर 03 बजकर 30 मिनट से 04 बजकर 30 मिनट तक.

  • दुर्मुहूर्त काल- शाम 04 बजकर 30 मिनट से 05 बजकर 17 मिनट तक

आज का शुभ समय

  • शुभ योग: आज 4 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट तक.उसके बाद शुक्ल योग प्रारंभ होगा.

  • अभिजित मुहूर्त: आज सोमवार को दिन में 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक अभिजित मुहूर्त रहेगा.

  • निशीथ काल- मध्यरात्रि 11 बजकर 46 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक.

  • विजय मुहूर्त: आज 4 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 08 मिनट से दोपहर 02 बजकर 55 मिनट तक विजय मुहूर्त है.

  • गोधूलि बेला- शाम 05 बजकर 53 मिनट से 06 बजकर 17 मिनट तक

  • अमृत काल: आज सोमवार को रात 08 बजकर 25 मिनट से रात 09 बजकर 58 मिनट तक अमृत काल का समय है.

  • ब्रह्म मुहूर्त: 5 अक्टूबर को प्रातः काल 04 बजकर 08 से 05 बजकर 26 मिनट तक

सूर्य और चन्द्रमा के उदय एवं अस्त होने का समय 

  • सूर्योदय और सूर्यास्त: आज 4 अक्टूबर दिन सोमवार को सूर्योदय प्रात:काल 6 बजकर 19 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को59 पर होगा.

  • चंद्रोदय और चंद्रास्त: आज 4 अक्टूबर दिन सोमवार का चंद्रोदय प्रातः काल तडके 3 बजकर 45 मिनट पर हुआ. वहीं चंद्र के अस्त का समय आज 4 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 03 मिनट पर हुआ है.

बैकग्राउंड

Aaj ka Panchang Today 4 October 2021 Som Pradosh Vrat Updates: हिंदू पंचांग के अनुसार, आज आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है. आज 4 अक्टूबर 2021 और सोमवार दिन है. आज सोम प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि भी है. इन वजहों से आज का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए अति उत्तम है.  


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार,  सोम प्रदोष के दिन व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट नष्ट हो जाते हैं. इसके साथ ही संतान प्राप्ति, सुख-शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यहीं नहीं आज के दिन शिव उपासना करने से सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं.


पंचांग के अनुसार, आज रा​त से भद्रा लग रही है, जो अगले दिन यानी 5 अक्टूबर को प्रात:काल तक रहेगी. आज पितृ पक्ष की त्रयोदशी तिथि की श्राद्ध भी है. आज उन लोगों के लिए तर्पण पिंडदान और श्राद्ध की जानी है. जिनके पितरों का निधन किसी भी मास की त्रयोदशी तिथि को हुआ था.



आज का पंचांग



  • महीना, पक्ष, तिथि और वार: आश्विन मास, कृष्ण पक्ष, त्रयोदशी तिथि, सोमवार

  • आज का दिशाशूल: पूर्व दिशा में,

  • आज का राहुकाल: आज 4 अक्टूबर को प्रात: 07:30 बजे से 09:00 बजे तक.

  • आज की भद्रा: आज 4 अक्टूबर की रात्रि के 09:06 बजे से 05 अक्टूबर को प्रात: 08:10 बजे तक.

  • आज का पर्व एवं त्योहार: सोम प्रदोष, मासिक शिवरात्रि, त्रयोदशी श्राद्ध



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