Aaj ka Panchang 5 October Chaturdashi Sharadh: आज चतुर्दशी श्राद्ध को करें इन नियमों का पालन, सुखी होगा जीवन

Aaj ka Panchang Today 5 October 2021 Chaturdashi Sharadh updates: हिंदी पंचांग के अनुसार आज आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि तथा मंगलवार व्रत है. आज हनुमान पूजा के लिए उत्तम दिन है.

एबीपी न्यूज Last Updated: 05 Oct 2021 02:51 PM
चतुर्दशी श्राद्ध 2021 में इन नियमों का पालन

  • श्राद्ध करने वाले व्यक्ति को स्नान करके ही श्राद्ध का भोजन तैयार करना चाहिए. उसके बाद साफ कपड़े, अधिकतर धोती और पवित्र धागा पहना जाता है.

  • श्राद्ध करने वाले व्यक्ति को दरभा घास की अंगूठी पहननी होती है.

  • श्राद्ध के दिन पूजा से पितरों का आह्वान होता है.

श्राद्ध पूजा अनुष्ठान के नियम

  • श्राद्ध पूजा विधि के अनुसार, अनुष्ठान के दौरान पवित्र धागे को कई बार बदला जाता है.

  • पितृ पक्ष में कुछ लोग भगवत पुराण और भगवद् गीता के अनुष्ठान पाठ की व्यवस्था करते हैं.

  • इन दिनों दान पुण्य और चैरिटी का विशेष महत्व होता है और बहुत फलदायी माना जाता है.

  • श्राद्ध के समय भगवान विष्णु और यम की पूजा की जाती है.

चतुर्दशी श्राद्ध तिथि और समय (Chaturdashi Sharadh Tithi and Time)

  • चतुर्दशी तिथि शुरू- 4 अक्टूबर 2021 रात 10:05 बजे

  • चतुर्दशी तिथि समाप्त- 5 अक्टूबर 2021 को शाम 07:04 बजे

  • कुटुप मुहूर्त- 11:45 सुबह से 12:32 दोपहर

  • रोहिना मुहूर्त- दोपहर 12:32 बजे से दोपहर 01:19 बजे

  • अपर्णा काल- 01:19 से 03:41 दोपहर

श्राद्ध पंचबलि भोग जरुर लगायें

पितृ पक्ष में श्राद्ध के दौरान पहले पंचबलि भोग लगाया जाता है. पंचबलि के तहत पहले गाय को, फिर कौवे, कुत्ते और चीटियों को भोजन कराया जाता है. तदोपरांत गरीब और जरूरतमंद  ब्राह्मणों को भोज कराया जाता है. ध्यान रहे कि भोजन के बाद ब्राह्मणों को दक्षिणा जरूर दें उसके बाद ही उन्हें ससम्मान अपने घर से विदा करें.

आत्महत्या या दुर्घटना से मरने वाले का श्राद्ध करें आज

सर्व पितृ अमावस्या एक दिन पहले चतुर्दशी श्राद्ध होती है. इस दिन उन पितरों के लिए श्राद्ध और तर्पण व पिंडदान किया जाता है जिनका निधन किसी हथियार या दुर्घटना के कारण हुआ है. इस दिन आत्महत्या करने वाले, हिंसक मौत का सामना करने वाले या उनकी हत्या कर दी गई हो,  उन सभी का श्राद्ध चतुर्दशी तिथि को किया जाता है.

आज के अशुभ मुहूर्त

  • राहुकाल का समय- आज 5 अक्टूबर को दोपहर बाद 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक.

  • यमगंड- सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक.

  • गुलिक काल- आज 5 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक.

  • दुर्मुहूर्त काल- आज 5 अक्टूबर को सुबह 08:37 से 09:24 तक, इसके बाद रात्रि 10 बजकर 56 मिनट से 11 बजकर 45 मिनट तक.

  • भद्राकाल- सुबह 06 बजकर 16 मिनट से 08 बजकर 08 मिनट तक.

आज का शुभ समय

  1. अभिजित मुहूर्त: आज दिन में 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक.

  2. निशिथ काल- मध्यरात्रि 11 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक.

  3. अमृत काल: आज शाम 06 बजकर 24 मिनट से शाम 07 बजकर 54 मिनट तक.

  4. विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 07 मिनट से दोपहर 02 बजकर 54 मिनट तक.

  5. गोधूलि बेला- शाम 05 बजकर 51 मिनट से 06 बजकर 15 मिनट तक.

आज का पंचांग

  • मास, पक्ष, तिथि दिन: आश्विन मास, कृष्ण पक्ष, चतुर्दशी तिथि, मंगलवार

  • आज का दिशाशूल: उत्तर दिशा में.

  • आज का राहुकाल: आज 5 अक्टूबर को दोपहर 03:00 बजे से 04:30 बजे तक.

  • आज की भद्रा: आज 5 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 16 मिनट से 08 बजकर 08 मिनट तक.

सूर्य और चन्द्रमा के उदय एवं अस्त होने का समय

  • सूर्योदय और सूर्यास्त: आज 5 अक्टूबर दिन मंगलवार को सूर्योदय प्रात:काल 6 बजकर 20 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 05:58 पर होगा.

  • चंद्रोदय और चंद्रास्त: आज 5 अक्टूबर दिन मंगलवार का चंद्रोदय प्रातः काल तडके 4 बजकर 48 मिनट पर हुआ. वहीं चंद्र के अस्त का समय आज 5 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 38 मिनट पर होगा.

बैकग्राउंड

Aaj ka Panchang Today 5 October 2021 Chaturdashi Sharadh updates: हिंदी पंचांग के अनुसार, आज आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है. इस तिथि को पितृ पक्ष की चतुर्दशी श्राद्ध की जाती है. इस दिन वे लोग अपने पितरों की श्राद्ध व तर्पण करते हैं, जिनके पितरों का स्वर्गवास किसी भी माह के चतुर्दशी तिथि को हुई थी. इसके अलावा इस दिन उन सभी पितरों का भी श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृ्त्यु दुर्घटना से हुई हो या किसी हथियार से हुई हो.



हिंदू धर्म में यह श्राद्ध और तर्पण पितरों की आत्मा की शांति और संतुष्टी के लिए किए जाते हैं. कहा जाता है कि पितर इन दिनों में अपने प्रियजनों से मिलने के लिए धरती पर आते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देकर जाते हैं.


पितृ पक्ष की चतुर्दशी श्राद्ध को घायल चतुर्दशी श्राद्ध और घाट चतुर्दशी श्राद्ध भी कहा जाता है. चतुर्दशी श्राद्ध को चौदस श्राद्ध के नाम से भी जाना जाता है.


आज 5 अक्टूबर 2021 और दिन मंगलवार है. इस दिन संकटमोचन हनुमान जी की पूजा की जाती है, तथा हनुमान भक्त मंगवार का व्रत भी रखते हैं. मंगलवार के दिन व्रत रखने और हनुमान जी की पूजा करने से उनकी कृपा व आशीर्वाद प्राप्त होता है. इससे जीवन के सभी संकटों का नाश हो जाता है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. हनुमान जी की कृपा से मंगल दोष भी शांत होता है.



 

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