Ram Ji Aarti: श्री राम भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं. प्रचलित मान्याता अनुसार श्रीराम का जन्म वैवस्वत मन्वंतर में 23 वे चतुर्युग के त्रेतायुग में हुआ था. मान्यता अनुसार उन्होंने अयोध्या में 11000 वर्ष करीब शासन किया था.
रामायण के अनुसार, वे महाराज दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र थे और देवी सीता के पति थे. उनके तीन भाई थे, जिनका नाम लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न था. श्री राम एक मर्यादा पुरुषोत्तम राजा थे, जिनके मर्यादा और अच्छे आचरण का लोग आज भी पालन करते हैं.
श्री राम जो की भगवान विष्णु के अवतार है. वे जिन भक्तो पर अपनी कृपा दृष्टि रखतें हैं. जीवन में उनका सदेव उद्धार होता है. भगवान श्री राम का आशीर्वाद और कृपा पाने का एक महत्वपूर्ण साधन है, राम जी की आरती. जो की एक बहुत ही लाभदायक सिद्ध उपाय है. श्री राम की ये आरती कुछ इस प्रकार है.
॥आरती श्री रामचन्द्र की॥
आरती कीजै रामचन्द्र जी की ।
हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥
पहली आरती पुष्पन की माला।
काली नाग नाथ लाये गोपाला॥
दूसरी आरती देवकी नन्दन ।
भक्त उबारन कंस निकन्दन॥
तीसरी आरती त्रिभुवन मोहे ।
रत्न सिंहासन सीता रामजी सोहे॥
चौथी आरती चहुं युग पूजा।
देव निरंजन स्वामी और न दूजा॥
पांचवीं आरती राम को भावे।
रामजी का यश नामदेव जी गावें॥
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