नई दिल्लीः आज 'अजा एकादशी' व्रत है. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक यह व्रत भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है. इस व्रत को कामिका या अन्नदा एकादशी भी कहते हैं. इस दिन विष्णु की पूजा की जाती है. अजा व्रत रखने से कई समस्याओं से मुक्ति मिलती है. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक इस व्रत को रखने से है खोए हुए धन की भी प्राप्ति होती है.
कैसे करें तैयारी
व्रति इस दिन सूर्य निकलने से पहले जागकर घर की साफ सफाई करते हैं. इसके बाद शरीर पर तिल और मिट्टी का लेप लगाकर कुशा से स्नान करते हैं. विष्णु की पूजा के बाद श्रद्धा के मुताबकि दान किया जाता है. व्रत के दौरान अन्न ग्रहण नहीं किया जाता है. भूख लगने पर एक बार फल का सेवन कर सकते हैं.
पूजा करने की विधि
घर में पूजा वाले जगह पर या पूरब दिशा की ओर गेहूं रखा जाता है. जिसके बाद उस पर कलश के रूप में तांबे का लोटा रखा जाता है. लोटे को जल से भर दिया जाता है. उसपर अशोक के पत्ते या डंठल वाले पान रखना होता है. इसके ऊपर नारियल रख दें.
कलश पर या उसके बगल में विष्णु की मूर्ति को रखा जाता है और उनकी पूजा की जाती है. कलश के पास दिए जलाए जाते हैं. अगले दिन कलश को हटाया जाता है. कलश को हटाने के बाद उसमें रखा हुआ पानी को पूरे घर में छिड़क दें और बचा हुआ पानी तुलसी में डाल दें.
पुरानी मान्यताओं के मुताबिक अजा एकादशी के दौरान जो व्यक्ति भगवान विष्णु की पूजा करता है उसके पाप कट जाते हैं. मान्यताओं के मुताबिक व्रत और पूजा के प्रभाव से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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