भगवान गणेश अपने भक्तों सारे दुख दर्द दूर कर देते हैं. यही कारण है कि गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. मान्यता है जो भी भगवान श्री गणेश जी की आराधना सच्चे मन से करता है उसे धन, विद्या, बुद्धि, विवेक, यश, की प्राप्ति होती है. हम आपको बता रहे हैं भगवान गणेश के ऐसे मंत्र जिनके जाप से हर परेशानी, संकट का अंत हो जाता है.


भगवान गणेश का बीज मंत्र 'गं' है. इनसे युक्त मंत्र- 'ॐ गं गणपतये नमः' का जप बहुत फलदायी है. मान्यता है कि इस मंत्र के जप करने से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है. षडाक्षर मंत्र का जप करने से आर्थिक प्रगति और समृद्धि की प्राप्ती होती है.




  • ॐ वक्रतुंडाय हुम्‌  - इस मंत्र का जप करते समय मुंह में गुड़, लौंग, इलायची, पताशा, ताम्बुल, सुपारी होना चाहिए.

  • उच्छिष्ट गणपति का मंत्र-  ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा

  • विघ्नराज रूप की आराधना का मंत्र - गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:, आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए इसे जपें

  • हेरम्ब गणपति का मंत्र जपें-  'ॐ गं नमः' करके धन व आत्मबल की प्राप्ति के लिए इसे जपें

  • लक्ष्मी विनायक मंत्र - ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा. रोजगार की प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के इसे जपें

  • त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र - ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा.


गणेश जी कृपा प्राप्त करने के लिए इन मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं- गणपति अथर्वशीर्ष, संकटनाशन गणेश स्तोत्र, गणेशकवच, संतान गणपति स्तोत्र, ऋणहर्ता गणपति स्तोत्र, मयूरेश स्तोत्र, गणेश चालीसा का पाठ करें.