Kartik Amavasya in October 2022: हिंदू धर्म में हर माह की अमावस्या पर स्नान, दान, पितरों की शांति के लिए तर्पण करना बहुत लाभकारी माना जाता है. साल में कार्तिक माह में आने वाली अमावस्या का बहुत महत्व है.
इसे बड़ी अमावस्या और दिवाली अमावस्या भी कहा जाता है. कार्तिक की अमावस्या पर दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. इस साल कार्तिक अमावस्या 25 अक्टूबर 2022 (Kartik amavasya 2022 date) को है. ब्रह्म पुराण के अनुसार कार्तिक अमावस्या पर मां लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं. इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दीपदान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं कार्तिक अमावस्या की तिथि और महत्व
कार्तिक अमावस्या 2022 तिथि (Kartik Amavasya 2022 Tithi)
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर 2022 को शाम 05 बजकर 27 मिनट से शुरू होगी, इसका समापन अगले दिन 25 अक्टूबर 2022 को शाम 04 बजकर 18 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार कार्तिक अमावस्या 25 अक्टूबर 2022 को है.
कार्तिक अमावस्या महत्व (Kartik Amavasya Importance)
- अमावस्या तिथि के स्वामी पितृ देव माने गए हैं. स्कंद पुराण के अनुसार कार्तिक महीने की अमावस्या पर तीर्थ स्नान और दान करने से जातक के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं. अमावस्या की रात तेल का दीपक लगाने से मां लक्ष्मी का घर में वास होता है.
- इस दिन भगवान विष्णु को तुलसी अर्पण कर गीता का पाठ करना चाहिए. कार्तिक अमावस्या पर तुलसी की पुजा करने से भगवान विष्णु बेहद प्रसन्न होते हैं. इससे मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही पितरों के निमित्त तर्पण और श्राद्ध करने के लिए अमावस्या तिथि शुभ मानी गई है.
- भविष्य पुराण में बताया है कि कार्तिक की अमावस्या पर दीपदान, अन्न और वस्त्र (ऊनी कपड़े) दान करने से रोग, दोष से मुक्ति मिलती है. कार्तिक अमावस्या के दिन चीटियों को मीठा आटा खिलाने से पार्प कर्म मिटते हैं और सभी मनोकामना पूर्ण होती है.
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