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'अमीर खुसरो' इल्म के दरिया का एक नायाब मोती
गुरू-शिष्य परंपरा और सूफीवाद को बुलंदियों पर ले जाने वाले हजरत अमीर खुसरो का आज 27 दिसंबर को जन्मदिन है. सूफिज्म, संगीत, साहित्य में इनका क्या योगदान है, आइए जानते हैं.
!['अमीर खुसरो' इल्म के दरिया का एक नायाब मोती Amir Khusro great sufi Persian poet and historian written four lakh couplets and Zihaal e Miskin ABPP 'अमीर खुसरो' इल्म के दरिया का एक नायाब मोती](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/12/22/4d1dbec701aeae7c4cae084d0a5577f01703236047837257_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
हजरत अमीर खुसरो- जन्मदिवस विशेष
अमीर खुसरो. जिन्हें हजरत अमीर खुसरो भी कहा जाता है. 27 दिसंबर 1254 में उत्तर प्रदेश के पटियाली जिले में जन्मे हजरत अमीर खुसरो का असली नाम यमीनुद्दीन मुहम्मद हसन था. गुणी इतने थे कि 8 साल की उम्र में
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उत्कर्ष सिन्हा
Opinion