महाकुंभ में ABP Live के विशेष प्रोग्राम'धर्म प्रवाह' में अनिरुद्धाचार्य जी महाराज ने खुलकर सनातन धर्म पर बात की. उन्होने समाज को प्रभावित करने वाले सभी मुख्य प्रश्नों का मुखर होकर उत्तर दिया. बटोगे तो काटोगे को लेकर जब उनसे प्रश्न किया गया तो उन्होने तुलसीदास की एक चौपाई से इसका उत्तर दिया. उन्होने कहा कि जहां सुमति तहं संपति नाना, जहां कुमति तहं विपति निदाना. यानि जहां सुमति यानि संगठन है वहां सभी प्रकार की सुख-समृद्धि है. अंग्रेजों ने बांटा है. लोगों को संगठित रहना होगा. तभी प्रेम रहेगा, बटेगे तो प्रेम नहीं होगा. उन्होंने महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर कहा कि जो लोग गंगा का आदर नहीं करते हैं, उनका यहां कोई काम नहीं है. पूरा कार्यक्रम यहां देख सकते हैं-



'धर्म प्रवाह'में अनिरुद्धाचार्य ने अश्लील फिल्मों पर तुरंत रोक लगाने की बात कही. उन्होंने को अश्लीलता को बढ़ावा देने वाली फिल्मों पर रोक लगनी चाहिए. उनका मानना है कि ऐसी फिल्में समाज को हानि पहुंचा रही हैं. धर्म से जुड़ने की अपील करते हुए अनिरुद्धाचार्य ने 'आश्रम' फिल्म का भी जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी फिल्में संतों के प्रति घृणा पैदा करती हैं.यदि समाज में ऐसे लोग हैं तो उनका नाम लेकर बताया जाए. ऐसा नहीं होना चाहिए किसी एक गलत व्यक्ति के कारण पूरे संत समाज को गलत कहा जाए.


धर्म प्रवाह कार्यक्रम में अनिरुद्धाचार्य जब बताया गया कि वे जेनरेशन जेड (Generation Z) के बीच काफी लोकप्रिय हैं और  Gen Z उन्हें 'पूकी बाबा' के नाम से बुलाते हैं, इस पर अनिरुद्धाचार्य ने खुशी व्यक्त की. अनिरुद्धाचार्य अपने बयान को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. उनके सोशल मीडिया पर 17 Million से अधिक हैं. 


अनिरुद्धाचार्य ने महाकुंभ को सनातनियों का महापर्व बताया है. मुसलमानों की महाकुंभ की एंट्री पर विचार रखें. सनातन किसी के साथ छल नहीं करता है. जिसने भी महाकुंभ में योगदान दिया है, उनका नाम इतिहास लिखा जाएगा. संत किसी को बुरा नहीं कहते हैं, व्यक्ति बुरा नहीं होता है, व्यक्ति के विचार गलत होता है. व्यक्ति विचारों से महान बनता है. 


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