(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Vinayak Chaturthi 2024: आषाढ़ विनायक चतुर्थी पर बन रहे 3 दुर्लभ संयोग, नोट करें डेट, पूजा का शुभ मुहूर्त
Vinayak Chaturthi 2024: आषाढ़ विनायक चतुर्थी पर बेहद दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिसमें बप्पा की पूजा और शुभ कार्य करने वालों को सुख, समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होगा. जानें विनायक चतुर्थी जुलाई में कब ?
Ashadha Vinayak Chaturthi 2024: विनायक चतुर्थी भगवान गणपति जी को समर्पित है. गणेश जी की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य, धन और सौभाग्य प्राप्त होता है. जीवन की सारी मुश्किलें खत्म हो जाती है.
विनायक चतुर्थी पर चंद्रमा की पूजा नहीं की जाती मान्यता है ऐसा करने से व्यक्ति पर झूठ का कलंक लगता है. इस साल आषाढ़ माह की विनायक चतुर्थी बहुत खास मानी जा रही है, इस दिन 3 शुभ संयोग बन रहे हैं जिसमें पूजा करने वालों के कार्य में सफलता मिलेगी. जानें आषाढ़ विनायक चतुर्थी 2024 की डेट, पूजा मुहूर्त और महत्व.
आषाढ़ विनायक चतुर्थी 2024 डेट (Ashadha Vinayak Chaturthi 2024 Date)
आषाढ़ माह की विनायक चतुर्थी 9 जुलाई 2024 को है. इस दिन स्त्रियां संतान की खुशहाली, तरक्की और उसकी लंबी उम्र की कामना से व्रत रखती है. कहते हैं. इस व्रत के प्रभाव से पति को सुखमय जीवन और परिवार में शांति स्थापित होती है. वंश बढ़ता है.
आषाढ़ विनायक चतुर्थी 2024 मुहूर्त (Ashadha Vinayak Chaturthi 2024 Muhurat)
आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 9 जुलाई मंगलवार को सुबह 6 बजकर 08 मिनट से होगी. इस तिथि की समाप्ति 10 जुलाई बुधवार को सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर होगी.
- पूजा मुहूर्त - सुबह 11.03 - दोपहर 01.50
आषाढ़ विनायक चतुर्थी पर 3 शुभ संयोग (Ashadha Vinayak Chaturthi 2024 Shubh Yoga)
- सिद्धि योग - 9 जुलाई 2024, सुबह 02.06 - 10 जुलाई 2024, सुबह 02.27
- सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 05:30 - सुबह 07:52
- रवि योग - सुबह 07:52 - सुबह 05:31, जुलाई 10
विनायक चतुर्थी पूजा विधि (Ashadha Vinayak Chaturthi Puja vidhi)
इस दिन सुबह सूर्योदय से पूर्व स्नान के बाद पूरे दिन व्रत रखने का संकल्प लें. पूजन के समय श्रद्धा के अनुसार सोने, चांदी, पीतल, तांबा या मिट्टी की गणेशजी की मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद सुगंधित चीजों से भगवान की पूजा करें. पूजा करते समय ॐ गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप करें. फिर गणेशजी की मूर्ति पर सिन्दूर चढ़ाएं. गणेशजी को 21 दूर्वा चढ़ाएं. फिर लड्डुओं का भी भोग लगाएं और आरती करें
विनायक चतुर्थी पूजा मंत्र
- ऊँ सुमुखाय नम:
- ऊँ एकदंताय नम:
- ऊँ गणाध्यक्षाय नम:
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