एस्ट्रो टिप्स: ग्रहों की पीड़ा से शायद ही कोई बच सका है. व्यक्ति जीवन भर किसी न किसी ग्रह से पीड़ित रहता ही रहता है. ज्योतिष शास्त्र इस पीड़ा को कम करने का माध्यम है. व्यक्ति के जीवन में आने वाले संकट को टाला तो नहीं जा सकता है लेकिन उसके प्रभाव को ज्योतिष उपायों के माध्यम से बहुत हद तक कम किया जा सकता है. कुछ उपाय ऐसे भी है जिन्हें कभी भी प्रयोग में लाया जा सकता है. इन उपायों को व्यक्ति स्वयं भी कर सकता है. इन उपायों के करने से ग्रहों की अशुभता कम होने लगती है जिससे उसकी परेशानी भी कम होने लगती हैं.
सूर्य की शांति का उपाय
सूर्य को ग्रहों का राजा कहा गया है. इस ग्रह को शांति करने के लिए सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए. गायत्री मंत्र का जाप करने से भी सूर्य प्रसन्न होते हैं. विष्णु भगवान की पूजा करने से सूर्य की अशुभता दूर होती है.
सूर्य का मंत्र- ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:
चंद्रमा की शांति का उपाय
चंद्रमा मन का कारक है. चद्रंमा जब जीवन में खराब फल देने लगे तो भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. सोमवार को शिवलिंग का अभिषेक करें या जल चढ़ाएं. शिव चालीसा का पाठ करें और सफेद वस्तुओं का दान करने से चंद्रमा खराब फल देना बंद कर देते हैं.
चंद्रमा का मंत्र- ऊँ सों सोमाय नम:
मंगल की शांति का उपाय
मंगल की अशुभता को दूर करने के लिए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. मंगलवार को सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करने से आराम मिलता है.
मंगल का मंत्र- ऊँ अं अंगारकाय नम:
बुध की शांति का उपाय
बुध ग्रह को युवराज माना गया है. बुध खराब होने से व्यक्ति की सुंदरता कम कर देते हैं त्वचा संबंधी परेशानी देते हैं. बुध की अशुभता को दूर करने के लिए हरी सब्जी, हरे वस्त्र और भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए.
बुध का मंत्र- ऊँ बुं बुधाय नम:
गुरु की शांति का उपाय
गुरु को मजबूत बनाने के लिए ब्रह्माजी,केला और पीपल के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए. वहीं पीली वस्तुओं के दान से भी गुरु की अशुभता दूर होती है.
गुरु का मंत्र- ऊँ बृं बृहस्पतये नम:
शुक्र की शांति का उपाय
शुक्र जब अशुभ फल देते हैं तो व्यक्ति की सुख सुविधाओं में कमी कर देते हैं. शुक्र को ठीक करने के लिए गाय की सेवा करनी चाहिए. व्यसनों से दूर रहना चाहिए और पत्नी को धोखा नहीं देना चाहिए.
शुक्र का मंत्र- ऊँ शुं शुक्राय नम:
शनि की शांति का उपाय
शनि जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को पूरी तरह से बर्बाद कर देते हैं. शनि को खुश रखने के लिए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. भगवान भोलेनाथ की पूजा से भी शनि का प्रभाव कम होता है. काले उड़द, काले तिल, तेल एवं काले वस्त्र का दान करने से भी शनि शांत होते हैं.
शनि का मंत्र- ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
राहु की शांति का उपाय
राहु जब खराब फल देता है तो व्यक्ति कई तरह की परेशानियों में फंस जाता है. उसके काम रुक जाते हैं. इस ग्रह की अशुभता को दूर करने के लिए कंबल,काले फूल, नारियल, कोयला का दान करना चाहिए. गलत संगत से बचना चाहिए.
राहु का मंत्र- ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:
केतु की शांति का उपाय
केतु जब खराब होता है तो व्यक्ति के जीवन में बहुत तेजी से बुरी चीजें घटित होने लगती है. अचानक हानि पहुंचाना इसकी खासियत है. केतु के उपाय के लिए काले कुत्ते को शनिवार के दिन भोजन कराना चाहिए. मंदिर में कंबल दान करना चाहिए.
केतु का मंत्र- ऊँ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:
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