Astrology Tips: शहद का उपयोग अधिकतर लोग करते हैं और यह लगभग सभी घरों में पाया जाता है. शहद प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला एक चिपचिपा और मीठा पदार्थ होता है, जिसे मधुमक्खियों द्वारा बनाया जाता है. शहद का प्रयोग वर्षों से किया जा रहा है. सेहत के लिए औषधि के रूप में शहद किसी वरदान से कम नहीं.


इसी के साथ धार्मिक कार्यों में भी इसका उपयोग किया जाता है. विशेषकर पंचकर्म में इसका प्रयोग होता है. पंचामृत बनाने से लेकर शिवजी (Lord Shiva) की अभिषेक करने जैसे कई धार्मिक कार्यों में शहद का प्रयोग किया जाता है. इसलिए सेहत के साथ ही धार्मिक दृष्टिकोण से भी शहद बहुत उपयोगी है.


लेकिन सेहत और पूजा-पाठ के साथ शहद आपके भाग्य के लिए भी लाभकारी है. क्योंकि शहद के उपायों से आपकी कई समस्याएं दूर हो सकती है. ज्योतिष (Astrology) में शहद से जुड़े कई उपायों के बारे में बताया गया है, आइये जानते हैं इसके बारे में-


किस ग्रह से होता है शहद का नाता


ज्योतिष में शहद का संबंध देव गुरु बृहस्पति (Guru Grah) से बताया गया है. हालांकि सूर्य और मंगल से भी इसका संबंध होता है. इसके साथ ही शहद के उपायों से कुंडली में शनि लेकर शुक्र दोष दूर किए जा सकते हैं.


शहद के उपाय (Honey Remedies)



  • व्यवसाय में मंदी चल रही हो तो आप शहद और दही को मिलाकर किसी नदी या तालाब में प्रवाहित कर दें. इससे नौकरी-व्यापार में तरक्की के नए मार्ग खुलते हैं.

  • घर-परिवार में कलह-क्लेश का माहौल बना रहता है तो प्रतिदिन सभी सदस्य शहद का सेवन करें. ऐसा करने से पारिवारिक शांति बनी रहती है. मांगलिक दोष (Manglik Dosh) होने पर व्यक्ति को मंगलवार के दिन शहद का सेवन करना चाहिए.

  • चांदी की कटोरी में शहद भरकर पूजाघर में रखें इससे घर पर सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) का वास होगा.

  • शनि दोष (Shani Dosh) से मुक्ति के लिए मिट्टी के बर्तन में शहद भरकर रखें और इसे शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर चढ़ा दें. इसके साथ ही आप शनिवार के दिन शहद का दान भी कर सकते हैं. इससे साढ़ेसाती (Sadesati) और ढैय्या (Shani Dhaiya) का प्रभाव कम होता है.


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