Astrology: जॉब, करियर या रुपये पैसों की दिक्कतों में शनि, शुक्र और इन दो पाप ग्रहों की होती है बड़ी भूमिका, जान लें उपाय
Astrology: ग्रहों का हमारे जीवन पर खास प्रभाव पड़ता है. ज्योतिष के अनुसार कुंडली में शुक्र, शनि और राहु-केतु ग्रह की स्थिति खराब होने पर जॉब, करियर या धन संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
Astrology: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में 9 ग्रहों के बारे में बताया गया है. इनमें सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ये सात मूल ग्रह माने जाते हैं. वहीं राहु और केतु 2 ऐसे ग्रह हैं, जिन्हें छाया ग्रह माना गया है. राहु केतु को मायावी या पापी ग्रह भी कहा जाता है. जॉब, करियर, रुपये पैसे आदि से जुड़ी समस्याओं में शुक्र, शनि और राहु-केतु की खास भूमिका होती है.
शुक्र, शनि और राहु-केतु ग्रह
शुक्र ग्रह को प्रेम, वैभव और भौतिक सुख सुविधाओं का कारक ग्रह माना जाता है. शुक्र ग्रह का प्रिय वार शुक्रवार और प्रिय रंग सफेद हैं. शुक्र ग्रह की स्वामी आराध्य देवी दुर्गा है. शनि कर्मप्रधान ग्रह हैं, जोकि कर्म के अनुसार अच्छे बुरे फल देते हैं. शनि का रंग नीला है और इनके आराध्य देवता शिवजी हैं. राहु का रंग काला है और इनकी आराध्य देवी सरस्वती हैं. वहीं केतु का रंग सफेद है और इनके देवता गणेशजी हैं.
शुक्र, शनि, राहु और केतु की मार का प्रभाव
शुक्र: किसी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति कमजोर होने पर उसके जीवन में धन, वैभव, ऐश्वर्य, स्त्री सुख और भौतिक सुख-सुविधाओं का अभाव रहता है.
शनि: शनि के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति कर्ज में डूबा रहता है. किसी न किसी तरह से धन-संपत्ति का नाश होता रहता है. कार्यक्षेत्र में भी प्रगति रुक जाती है और जीवनयापन में कष्ट होने लगता है.
राहु: व्यक्ति की तरक्की में बाधा पहुंचाने में राहु की खास भूमिका होती है. राहु के बुरे प्रभाव से गुरु ग्रह से शुभ प्रभाव मिलना भी बंद हो जाता है. इस तरह से राहु के खराब होने से व्यक्ति का करियर भी खराब होने लगता है.
केतु: नौकरी, व्यवसाय, खान-पान पर केतु का प्रभाव पड़ता है. केतु का अशुभ प्रभाव होने पर व्यक्ति परेशानियों में ऐसा घिर जाता है कि उसकी रातों की नींद उड़ जाती है. पद, प्रतिष्ठा और संतान सुख में भी कमी आने लगती है.
शुक्र, शनि और राहु-केतु के उपाय
शुक्र ग्रह के उपाय: शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन व्रत रखें. इस दिन सफेद वस्तु जैसे चीनी, आटा, सफेद वस्त्र, चावल, दही, दूध या मोती आदि का दान करें. इससे सुख-सौभाग्य में वृद्धि होगी. आर्थिक लाभ के लिए शुक्रवार के दिन चींटियों को आटा खिलाएं. पानी में इलायची मिलाकर स्नान करके से भी शुक्र ग्रह मजबूत होता है.
शनि ग्रह के उपाय: शनिवार और अमावस्या के दिन पीपल की जड़ में कच्चा दूध मिलाकर जल चढ़ाएं. तिल या सरसों तेल का दीप जलाएं. शनिवार के दिन मांसाहार या मदिरा का सेवन भूलकर भी न करें. शनिवार के दिन ‘ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ मंत्र का जाप करने से भी शनि शांत होते हैं और संकट दूर हो जाता है.
राहु ग्रह के उपाय: पानी में कुश डालकर स्नान करने से राहु दोष दूर होता है. राहु के कमजोर होने पर नीले रंग के वस्त्र पहनें और शराब या मांसाहार भोजन से परहेज करें. राहु की महादशा दूर करने के लिए शिव साहित्य, शिवपुराण आदि का पाठ करना चाहिए.
केतु ग्रह के उपाय: केतु से शुभ फल की प्राप्ति के लिए कंबल, छाता, वस्त्र, लोहा, उड़द, कस्तूरी, लहसुनिया आदि का दान करें. केतु दोष होने पर केतु यंत्र, केतु मंत्र और भगवान गणेश की आराधना करना लाभकारी होता है.
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