काम करने में मन नहीं लग रहा है या आलस आ रहा है तो सावधान हो जाएं. इसका कारण कुंडली में बुध ग्रह का कमजोर होना भी हो सकता है. बुध जब कुंडली में कमजोर स्थिति में होता है तो व्यक्ति कामचोर बन जाता है और उसका मन नहीं लगता है. लेनदेन का हिसाब ठीक से नहीं रख पाता है और यादाश्त भी कमजोर होने लगती है.


इस कारण वाणी में मधुरता भी कम हो जाती है और गले की समस्या बढ़ सकती है. किसी भी चीज को सीखने का मन नहीं करता है और शरीर में दाने और फोड़े-फुंसी हो सकते हैं. अगर इस तरह की दिक्कत महसूस हो रही है तो समझ जाना चाहिए कि कहीं न कहीं कुंडली में विराजमान बुध ग्रह गड़बड़ कर रहे हैं.


कुंडली में बुध ग्रह खराब या कमजोर रहता है तो चिंता करने और घबराने की बात नहीं है. ज्योतिष शास्त्र में बुघ के दोष दूर करने के उपाय बताए गए हैं. इन उपाय से बुध की बिगड़ी स्थिति को सुधारा जा सकता है. रत्नी और मंहगे अनुष्ठान के साथ-साथ घरेलू उपायों से भी बुध को ठीक किया जा सकता है.


बुध को मजबूत बनाने के लिए घर में संभव हो तो तोता पालें, हरी सब्जियों का दान करें, गणेश भगवान की पूजा करें और उनके मंत्र का जाप करें. ऐसा करने से बुध ग्रह के दोष धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं. पन्ना रत्न पहनने से भी बुध मजबूत होता है लेकिन इसके लिए जन्मकुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति और दशाओं को भी देख लेना चाहिए.


गुरुओं को प्रसन्न रखने से भी बुध अच्छा होता है. छोटे बच्चों के साथ हंसने-खेलने से भी बुध की नकारात्मकता कम होती है. घर में भगवान विष्णु का चित्र लगाना चाहिए और उनका स्मरण करना चाहिए. ऐसा करने से भी लाभ मिलता है. रिश्तेदारों को आदर करने से भी बुध की स्थिति में सुधार होता है.