Bada Mangal 2024: मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु दशरथ अजर बिहारी इसका अर्थ क्या है?
Bada Mangal 2024: हनुमान जी को प्रभु श्री राम का सबसे बड़ा भक्त माना जाता है. बड़े मंगल के अवसर पर जानें रामचरितमानस की प्रसिद्ध चौपाई ''मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु दशरथ अजर बिहारी '' का अर्थ.
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Bada Mangal 2024: ज्येष्ठ माह (Jyeshtha Month 2024) में हनुमान जी (Hanuman Ji) की पूजा का महत्व है. आज 28 मई 2024, को पहला बड़ा मंगल (Bada Mangal 2024) है.
इस दिन हनुमान जी की आराधना का बहुत महत्व होता है. अगर आप भी कष्टों से निर्वाण चाहते हैं तो बड़े मंगल पर हनुमान जी (Hanuman Ji) के साथ प्रभु श्री राम (Shree Ram) की पूजा जरुर करें.
रामायण और रामचरितमानस में प्रभु श्री राम के जीवन को विस्तार से बाताया गया है. इस महा काव्य में बहुत सी चौपाई (Chaupai) और दोहे (Dohe) ऐसे से जो प्रसिद्ध है, लेकिन सबसे प्रसिद्ध एक चौपाई है जिसे आपने कई बार सुना है.
इस चौपाई (Chaupai) को पढ़ने मात्र से मिलता है संपूर्ण रामायण (Ramayana) पाठ का लाभ. इस चौपाई को पढ़ने मात्र से मनुष्य जीवन की अनेकों समस्याओं का अंत होता है.
रामचरितमानस (Ramcharitmanas) में कुल 27 श्लोक (Shlok), 4608 चौपाई (Chaupai), 1074 दोहा (Dohe), 207 सोरठा और 86 छंद (Chandh) हैं. जानते हैं सर्वश्रेष्ठ चौपाई के बारे में, जो लोगों के बीच बहुत प्रसिद्ध है. यह चौपाई अरण्यकाण्ड से ली गई है.
- रामायण की प्रसिद्ध चौपाई-
मंगल भवन अमंगल हारी।
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी।।
इसका अर्थ है जो मंगल करने वाले और अमंगल हो दूर करने वाले है , वो दशरथ नंदन श्री राम है वो मुझपर अपनी कृपा करें. हर मंगल कार्य को करने वाले और सभी अमंगल कार्य के नाशक महाराज दशरथ के ज्येष्ठ पुत्र प्रभु श्री राम हैं. जिनका वास राजा दशरथ के हृदय में है, आप मुझपर अपनी कृपा करें.
होइहि सोइ जो राम रचि राखा।
को करि तर्क बढ़ावै साखा॥
इसका अर्थ है जो भगवान श्री राम ने पहले से ही रच रखा है ,वही होगा. हमारे कुछ करने से वो बदल नहीं सकता.
हो, धीरज धरम, मित्र अरु नारी।
आपद काल, परखिए चारी ।।
इसका अर्थ है अनुसुइया कहती हैं कि धैर्य, धर्म, मित्र और नारी यानी पत्नी की परख आपत्ति के समय ही होती है. इसीलिए पत्नी को अपने जीवन साथी का हर कदम साथ देना चाहिए.
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