नई दिल्ली: बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तारीख तय हो गई है. 29 जनवरी को माघ शुक्ल पंचमी तिथि का शुभारंभ होने के बाद बद्रीनाथ के कपाट खोले जाने की तिथि का एलान कर दिया गया. उत्तराखंड के टिहरी के राजदरबार में कपाट खोले जाने की तिथि को लेकर ज्योतिषियों की मंत्रणा हुई जिसके बाद 30 अप्रैल का दिन निश्चित किया गया. इस दिन एक नहीं बल्कि पांच शुभ योग बन रहे हैं. इन योगों में ही बद्रीनाथ के कपाट खोले जाएंगे.


टिहरी के दरबार में हुई मंत्रणा के बाद 30 अप्रैल को सुबह 4: 30 मिनट पर बद्रीनाथ के कपाट खोले जाने का समय निर्धारित किया गया है. इस दिन गुरुवार है. खास बात ये हैं कि इस दिन शनि का नक्षत्र पुष्य योग भी बन रहा है. इस योग में एक खास बात और भी है जो ये है कि इस योग के समय गुरु पुष्य नामक शुभ योग का निर्माण होगा. जिसे अक्षय तृतीया के समान ही अत्यंत शुभ माना जाता है. जिसमें हर प्रकार के शुभ कार्य किए जाते हैं.


30 अप्रैल को बनने वाले अन्य योगों के बारे में बात करें तो इस दिन सर्वार्थ सिद्धि नाम का शुभ योग भी बन रहा है. इस योग में कार्य करने पर सफलता की संभावना सर्वाधिक होती है. यानी सफलता मिलती ही मिलती है. इस दिन बनने वाले योग के अनुसार बद्रीनाथ की यात्रा में कोई बाधा नहीं आएगी.


यात्रा की दृष्टि से ये वर्ष बहुत ही शुभ माना जा रहा है. बद्रीनाथ के कपाल अमृत सिद्धि योग में खोलेंगे. मान्यता है कि इस शुभ योग में बद्रीनाथ के दर्शन करने से कई गुना पुण्य प्राप्त होता है. इस दिन रवि योग भी बन रहा है जो कई अशुभ प्रभावों को कम करता है. इस दिन वैशाख शुक्ल सप्तमी की तिथि है. इस दिन ही गंगा पृथ्वी पर प्रकट हुईं थीं. इस दिन को गंगा जयंती भी कहते हैं.